इस तरह करें कलश स्थापना
अगर आप नवरात्रि में अपने घर में कलश स्थापना कर रहे हैं तो सबसे पहले कलश पर स्वास्तिक बनाइए, फिर कलश पर मौली बांधे और उसमें जल भरिए कलश में साबुत सुपारी फूल इत्र और पंचरत्न और सिक्का डालिए इसके अंदर अक्षत भी डालें।
इन बातों का भी रखें ध्यान
घट स्थापना हमेशा शुभ मुहूर्त में ही की जानी चाहिए इसलिए आप सुबह नित्य कर्म और स्नान करने के पश्चात ध्यान कीजिए इसके पश्चात पूजा स्थल से अलग एक पाटे पर लाल और सफेद कपड़ा बिछा दीजिए इस पर अक्षत से अष्टदल बनाकर इस पर जल से भरा कलश स्थापित कीजिए कलश का मुंह खुला ना रखें आपको इस बात का खास ध्यान रखना होगा आप इस को ढक कर रख दीजिए यदि कलश किसी ढक्कन से ढका है तो उसे चावलों से भर दीजिए और उसके बीचोबीच एक नारियल भी रखिए इस कलश में शतावरी जड़ी हलकुंड कमल गट्टे और रजत का सिक्का डालिए उसके पश्चात आप दीपक जलाकर इष्ट देव का ध्यान कीजिए और देवी मंत्र का जाप करें, अब कलश के सामने गेहूं और जौ को मिट्टी के पात्र में रोप दीजिए और इस ज्वारे को माता रानी का स्वरूप मानकर पूजा कीजिए।
घटस्थापना की सही दिशा
अगर आप भी अपने घर पर घटस्थापना की तैयारी कर रहे हैं, तो आपको इसकी सही दिशा का पता होना भी बहुत ज़रूरी है। आप उत्तर पूर्व दिशा में इसकी स्थापना करनी चाहिए क्योंकि यह देवताओं की दिशा मानी जाती है। आप माता की प्रतिमा के सामने अखंड ज्योति जलाएं तो उसको पूर्व दक्षिण में रखें घटस्थापना चंदन की लकड़ी पर कीजिए यह बहुत ही शुभ माना गया है आपको पूजा स्थल की साफ-सफाई का भी खास ध्यान रखना होगा।
अखंड ज्योत जलाए
नवरात्रि के दिनों में अखंड ज्योत जलाने से घर के सदस्यों के ऊपर माता रानी की कृपा दृष्टि बढ़ती है, लेकिन अखंड ज्योत जलाते समय कुछ नियमों का पालन करना बहुत ही आवश्यक है यदि आप अपने घर में अखंड ज्योत की स्थापना करने जा रहे हैं तो किसी भी हाल में यह ज्योत बुझने ना दें, घर में साफ सफाई का भी खास ध्यान रखें, ऐसा करने से सदेव माता आपके ऊपर आशीर्वाद बरसाती रहेंगी।