मौसम विभाग के अनुसार पाकिस्तान और उससे लगे उत्तर भारत पर बना पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ रहा है। जिससे बर्फीली हवाओं का रुख उत्तरी और उत्तर पूर्वी हो गया है। ऐसे में प्रदेशके अदिकतर इलाकों के न्यूनतम तापमान में अधिक कमी आने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि 31 दिसंबर और 1 जनवरी को ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग के जिलों में घना कोहरा छाने के साथ साथ इन्हीं संभागों के अंतर्गत आने वाले कई जिलों में बारिश की संभावना भी जताई जा रही है।
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तेजी से बढ़ रहा कोहरा
यानी इस बार नए साल की शुरुआत बारिश, ओले और घने कोहरे के साथ होने जा रही है। वहीं ग्वालियर जिले के अधिकतर इलाकों में शनिवार की सुबह कोहरा इतना घना रहा कि विजिबिलिटी 50 मीटर भी नहीं बची थी। जबकि एक दिन पहले ही यहां विजिबिलिटी 200 मीटर मापी गई थी। बता दें कि, विक्षोभ 30 दिसंबर से प्रदेश के मौसम पर असर दिखाना शुरू होगा, जिसका प्रभाव से 4 जनवरी तक प्रदेश का मौसम बदला रहने की संभावना है।
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इन जिलों में हो सकती है बारिश के साथ ओलावृष्टि
वहीं मौसम विभाग ने प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश के साथ साथ ओलावृष्टि की संभावना जताई है। ऐसे में 30 दिसंबर से 4 जनवरी के दौरान ग्वालियर, चंबल, उज्जैन, भोपाल, सागर और रीवा संभाग के जिलों में बारिश के साथ साथ ओलावृष्टि हो सकती है।
तेजी से गिर रहा तापमान
ये भी जान ले कि प्रदेश के भोपाल जिले का में न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री, इंदौर का 15.4 डिग्री, ग्वालियर का 10.8 डिग्री, जबलपुर का 11.5 डिग्री और उज्जैन का 13.0 डिग्री दर्ज किया गया हैं। इसी के साथ हिल स्टेशन पचमढ़ी से ज्यादा ठंडे राजगढ़ और सागर जिले रहे। राजगढ़ में न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस, सागर में 8.7, खजुराहो, नौगांव, टीकमगढ़ और गुना में 9 डिग्री दर्ज किया गया।