21 जून को विश्व योग दिवस है। योग का हमारे जीवन में क्या प्रभाव पड़ता है? यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है। आज से 50 वर्ष पूर्व योग का अध्ययन-अध्यापन ऋषियों तथा महर्षियों का विषय रहा ही माना जाता था, लेकिन योग अब आम लोगों के मानसिक और शारीरिक रोग मिटाने में लाभदाय सिद्ध हो रहा है। यह भी पढ़ें: पिता इंजीनियर, भाई आर्मी में और ये गर्ल बन गई देश की पहली महिला फाइटर यह भी पढ़ें: मोबाइल से बढ़ रहा एडिक्शन का खतरा, जानिए लक्षण और बचाव स्वस्थ परिवार, स्वस्थ समाज तो स्वस्थ और खुशहाल देश। देश ही नहीं दुनिया में भी योग का डंका बज रहा है। जाहिर इससे होने वाले फायदे से सभी परिचित हैं। आधुनिक युग में योग का महत्व और बढ़ गया है। इसकी मुख्य वजह व्यस्तता और मन की व्यग्रता है। आधुनिक मनुष्य को आज योग की ज्यादा आवश्यकता है। यह भी पढ़ें: OMG: जब निकले नाग के गुच्छे तो डैम से पहले बनाना पड़ा शिव मंदिर कब ना करें1 बुखार, जोड़ों में सुजन होने पर सूर्यनमस्कार नहीं करना चाहिये।2 अनियंत्रित उच्च रक्त चाप, हार्निया गंभीर ह्रदय रोग, चक्कर आना तथा मेरुदंड क एरोगो को सुर्यनमस्कार नहीं करना चाहिए।3 मासिक धर्म के समय और गर्भावस्था के चार महीने बाद सूर्यनमस्कार नही करना चाहिए।