इन पोर्टलों के माध्यम से आवेदन करने पर लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल होने के 10 दिन पहले तक आपका नाम मतदाता सूची में जोड़ा जा सकता है।
भारत निर्वाचन आयोग ने पूरे देश के लिए हैज टैग रजिस्टर, एनवीएसपी डॉट इन, वोटर हेल्प लाइन के नाम से तीन पोर्टल लांच किए हैं। इन पोर्टलों के माध्यम से आप एक स्थान पर बैठकर किसी भी राज्य और जिले के वोटर लिस्ट में अपना नाम जुड़ाव सकेंगे।
भारत निर्वाचन आयोग ने पूरे देश के लिए हैज टैग रजिस्टर, एनवीएसपी डॉट इन, वोटर हेल्प लाइन के नाम से तीन पोर्टल लांच किए हैं। इन पोर्टलों के माध्यम से आप एक स्थान पर बैठकर किसी भी राज्य और जिले के वोटर लिस्ट में अपना नाम जुड़ाव सकेंगे।
पोर्टल में फार्म अपलोड करने के साथी आप को परिचय पत्र, जिस जगह के वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाना चाहते हैं वहां निवास होने के संबंध में पू्रफ, एक गवाह का नाम और उसका इपिक नम्बर और जन्म तिथि प्रमाण पत्र अटैच लगाना पड़ेगा।
इसके भेजने के बाद आप के मोबाइल पर ओटीपी आएगा। अगर आवेदन में किसी प्रकार की कमी पाई जाती है तो कमी की पूर्ति के लिए आप के मोबाइल पर मैसेज भेजा जाएगा। अगर आवेदन में किसी तरह की कमी नहीं है तो बीएलओ आप के घर में आकर आप का सत्यापन करेगा और इसके बाद आप का नाम मतदाता सूची में जोड़कर आप के घर कार्ड भेज दिया जाएगा।
ऐसे जानें मतदाता सूची में नाम है या नहीं
वोटर कार्ड होने के बाद भी कई बार मतदाता सूची से आप का नाम बाहर कर दिया जाता है। टोल फ्री नम्बर 1950 में आप फोन कर इस संबंध में जानकारी ले सकते हैं। इस टोल फ्री नम्बर से यह भी पता चल जाएगा आप को किस मतदान केन्द्र क्रमांक पर वोट करने जाना है।
हैज टैक गो वेरीफाई ऐप – इस पोर्टल के माध्यम से मतदाता यह देख सकेंगे कि उनका नाम मतदाता सूची में है या नहीं। इसमें मतदाताओ को इपिक नम्बर, मोबाइल नम्बर अथवा आधार कार्ड नम्बर डालना पड़ेगा। अगर इन में कोई भी दस्तावेज उनके पास नहीं है तो उन्हें अपना नाम, पिता का नाम और जन्मतिथि और उस जिला तथा विधानसभा का नाम जहां से उन्होंने पहले मतदाता सूची में था, उसे डालना पड़ेगा।