27 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर
इंदौर नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह के हनी ट्रैप में पांच महिलाओं और उनके कार ड्राइवर को गिरफ्तार किया गया था। इनमें दो आरोपी महिलाएं आरती दयाल और मोनिका यादव 27 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर हैं। तीन अन्य महिलाएं श्वेता विजय जैन, श्वेता स्वप्निल जैन और बरखा सोनी न्यायिक अभिरक्षा में इंदौर जेल में हैं।
बड़े अधिकारियों के भी संबंध पाए गए
शुरुआत में इस मामले की जांच इंदौर पुलिस कर रही थी, लेकिन हनी ट्रैप के बढ़ते दायरे के बाद पुलिस ने एटीएस की मदद ली। कॉल डिटेल्स रेकॉर्ड में इन महिलाओं के संबंध केंद्रीय मंत्री, भाजपा नेताओं और पूर्व मंत्रियों से पाए गए हैं। इनसे महिलाओं की रात में घंटों फोन पर बातचीत होती थी। इनके साथ ही प्रदेश के बड़े अधिकारियों के भी संबंध पाए गए हैं।
इंजीनियर के आचरण को माना अशोभनीय
हनी ट्रैप मामले के शिकार हुए इंदौर नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह को निलंबित कर दिया गया है। उनके आचरण को प्रथम दृष्टया अशोभनीय और नैतिक पतन का परिचायक मानते हुए यह कदम उठाया गया है। निलंबन के दौरान उन्हें जलूद पंपिंग स्टेशन में अटैच किया गया है।
ताले तोड़कर घुसी टीम, शोर मचाने पर लौटी
आरोपी आरती दयाल के छतरपुर स्थित घर को खंगालने इंदौर क्राइम ब्रांच की टीम पूरा जोर लगा रही है। सोमवार को फिर पांच सदस्यीय टीम उसके घर पहुंची। टीम ताला तोड़कर घर में दाखिल हुई। आरती की मां के शोर मचाने पर टीम वहां से लौट गई। उसके घर में घुसने का दूसरा प्रयास है, जिसकी सूचना पुलिस को भी है। आरती के घर पर उसका मौसेरा भाई रवि अहिरवार पहरा दे रहा है।
कोर्ट में नहीं आई केस डायरी, जमानत पर सुनवाई कल
न्यायिक हिरासत में भेजी गई तीन अन्य आरोपी श्वेता स्वप्निल जैन, श्वेता विजय जैन और ड्राइवर ओमप्रकाश की जमानत याचिका पर सोमवार को सुनवाई नहीं हो सकी। तीनों की ओर से जिला कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। यहां सोमवार को सुनवाई होनी थी। पुलिस द्वारा केस डायरी पेश नहीं करने के चलते केस को एक दिन आगे बढ़ा दिया गया।
मोनिका को भोपाल लाए, कॉलेज व फ्लैट में पड़ताल
आरोपी श्वेता का पति इंदौर से गायब, मां पहुंची मिसरोद थाने पुलिस रिमांड पर चल रही आरोपी आरती दयाल और मोनिका यादव से सोमवार को फिर पूछताछ शुरू हुई। इसी दौरान आरती बेहोश हो गई। उसे एमवाय अस्पताल भेजा गया। वहीं, मोनिका को लेकर पलासिया पुलिस भोपाल रवाना हो गई। पुलिस करीब 8 बजे मोनिका को लेकर भोपाल में सागर लैंडमार्क स्थित उस फ्लैट में पहुंची, जहां वह आरती के साथ किराए पर रहती थी।
पुलिस ने फ्लैट की तलाशी ली
फ्लैट में सामान बिखरा हुआ था। पुलिस ने फ्लैट की तलाशी ली। यह फ्लैट किसी अंकित शर्मा के नाम है, जिसे आरती ने किराए पर लिया था। मोनिका उसके पास 8000 रुपए में नौकरी करती थी। पुलिस उसे पीपुल्स कॉलेज लेकर गई। मोनिका यहां बीएससी मास कॉम की छात्रा है। आरोपी श्वेता का पति स्वप्निल इंदौर के एक होटल से अचानक गायब हो गया। स्वप्निल की मां रात में मिसरोद थाने पहुंची, लेकिन वहां से उन्हें यह कहकर लौटा दिया कि मामला इंदौर का है, वहीं जाएं।
मोनिका बोली- मुझे आरती ने फंसाया
इंदौर पुलिस मोनिका को लेकर राजगढ़ में नरसिंहगढ़ के सभा सी गांव में पहुंची। यहां सरपंच प्रतिनिधि इंदर सिंह के सामने मोनिका को ले जाया गया तो वह बोली- अंकल, मुझे माफ कर दो। मैं आरती के नौकरी दिलाने के झांसे में आ गई थी। मोनिका के पिता ने भी कहा, मेरी बेटी को गुमराह किया गया है। बाद में पुलिस मोनिका को उसके पिता के साथ इंदौर ले गई।