भोपाल। प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में धूप खिलने से लोगों को राहत तो मिली, लेकिन रीवा-सतना संभागों में अभी भी आफत के बादल मंडरा रहे हैं। मूसलाधार बारिश ने रीवा, सतना, सीधी, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। रीवा और सतना में नदियों में आई बाढ़ के बाद सैकड़ों गांव पानी से घर गए हैं। 500 से ज्यादा मकान ढह गए तो वहीं कई प्रमुख मार्गों का सम्पर्क कट चुका है। फिलहाल सेना तैनात है, और राहत बचाव कार्य जारी है। MUST READ: विंध्य के बिगड़े हालात, लाखों लोग घरों में कैद, सेना ने संभाला मोर्चा बीते 24 घण्टे में प्रदेश के रीवा और शहडोल संभागों के जिलों में अधिकांश जगहों पर, सागर संभाग के जिलों में अनेक स्थानों पर, जबलपुर संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर, चंबल संभाग के जिलों में कहीं कहीं बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा बाकी संभागों के जिलों में ज्यादातर जगहों पर मौसम सूखा रहा। मौसम विभाग के मुताबिक गुरूवार को भी रीवा, सतना, पन्ना, छतरपुर, दमोह और उमरिया जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। वहीं सिंगरौली, सीधी, सागर, अनूपपुर, डिंडौरी, टीकमगढ़, मण्डला, बालाघाट, कटनी और जबलपुर जिलों में भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। यहां पर जारी है अलर्ट रीवा, छतरपुर, सतना और पन्ना जिलों में बारिश का भारी अलर्ट जारी किया गया है। वहीं सीधी, कटनी, अनूपपुर, शहडोल तथा उमरिया जिलों में तेज बारिश का अरल्ट जारी किया गया है। MUST READ: रीवा का त्योंथर अस्पताल डूबा, विद्यालय में शिफ्ट हुए मरीज, दो डॉक्टर सस्पेंड अभी तक की जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घण्टे में मैहर में 18 सेमी, नागौद में 17 सेमी, सतना में 16 सेमी, अजयगढ और खजुराहो में 14 सेमी, राजनगर और कोतमा में 13 सेमी, रीवा और उमरिया में 12 सेमी, पन्ना में 11 सेमी, सोहागपुर में 10 सेमी, गुढ़ में 7 सेमी, जैतहरी , अनूपपुर, सीधी पुष्पराजगढ़ में 6 सेमी, कटनी, अमरकंटक और लखनादौन में 3 सेमी बारिश दर्ज की गई। लगभग 200 गांवों में पसरा अंधेरा मूसलाधार बारिश का सबसे ज्यादा असर ग्रामीण इलाकों में देखा जा रहा है। कई प्रमुख मार्गों का सम्पर्क कट चुका है तो वहीं विद्युत आपूर्ति पूरी तरह ठप हो चुकी है। ताजा जानकारी के मुताबिक लगभग 200 गांवों में विद्युत आपूर्ति प्रभावित होने से पूरी तरह अंधेरा छा गया है। रीवा के 50 से ज्यादा गांवों का मुख्यालय से सम्पर्क कट चुका है। बाढ़ से सबसे ज्यादा कुल त्योंथर प्रभावित हुआ है। इलाके में सेना तैनात की गई है, तो वहीं जबलपुर से भी एनडीआरएफ की टीम भेजी गई है। MUST READ: इस प्रदेश में सबसे महंगा है पेट्रोल-डीजल, 31% लगता है वैट वहीं सतना शहर की हालत भी इस समय खराब है। शहर के कई इलाकों में जलभराव होने के कारण लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया। सतना की कई कॉलोनियों में पानी भर जाने के बाद नाव से लोगों को बाहर निकाला गया। ग्रामीण इलाकों के हालात खराब बारिश अभी लगातार जारी है जिससे स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। रीवा जिले के ग्रामीण इलाकों के हालात खराब हैं। रीवा-लालगांव, रीवा-डभौरा, रीवा-सेमरिया, नईगढ़ी-सोहागी सहित कई मार्गों के बंद हो जाने से आवागमन प्रभावित हुआ है। नदी-नालों के किनारे बसे आधा सैकड़ा से अधिक गांवों में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई है।