हरदा। जब इश्क हो जाए तो उम्र का बंधन मायने नहीं रखता। 70 साल की उम्र में एक बुजुर्ग की यही ख्वाहिश जुबां पर आ गई। उन्हें 20 साल की एक युवती से प्यार हो गया। हरदा के वार्ड नंबर 30 के निवासी राजाराम 70 की उम्र में गांव की 20 वर्षीय युवती को दिल दे बैठे। वह भी उन्हें चाहने लगी है और दोनों ही शादी में बंधन में बंधने के लिए तैयार हैं। यह मामला उस समय प्रकाश में आया जब वे ब्याह रचाने के लिए अर्जी लेकर जनसुनवाई में पहुंचे थे। जब उनका नंबर आया तो SDM ने उन्हें अपने सामने बैठाया और समस्या पूछी, तो राजाराम पिता भाऊलाल घनघोर ने कंपकपाते हाथों से आवेदन आगे बढ़ा दिया। राजाराम ने बोला- साहब, मैं गांव-गांव घूमघूम कर मजदूरी करता हूं और सब्जी भी बेचता हूं। आते-जाते सुखरास गांव की एक गौरी से प्यार हो गया। जब हाल में गूंजे ठहाके राजाराम ने बताया कि जनसुनवाई में आवेदन देकर सरकारी मदद मांगने गया था। साहब ने लंबी पूछताछ की तो मैंने झुंझलाहट में कह बैठा कि शादी करूंगा। फिर क्या था पूरा हॉल ठहाकों से गूंज गया। यह खबर जब मेरे मोहल्ले तक पहुंची तो मेरे प्रति सभी की भावना बदल गई। शादी के लिए आवेदन देने को कहा था : एडीएम अपर कलेक्टर मिश्रा के अनुसार बुजुर्ग ने सरकारी मदद पाने का आवेदन दिया था। बाद में शादी करने की बात कही तो उन्हें योजना के अनुरूप आवेदन देने को कहा था। जनसुनवाई में आने वालों की बात सुनना प्रशासन का काम है। एक्सपर्ट व्यू शेख मुईन, मनोवैज्ञानिक एवं अधिवक्ता व्यक्ति के शरीर की जैविक आवश्यकताएं जिनमें भोजन, नींद, सांस लेना, काम इच्छाएं उसके जीवन को जन्म से लेकर मृत्यु तक प्रभावित करती हैं। समाज, शिक्षा और अपने अनुभवों के आधार पर उसे वह संतुलित व नैतिक रूप से करने का प्रयास करता है। लेकिन कई बार वृद्धावस्था में अपवाद स्वरूप वे इच्छाएं जो उसे युवा अवस्था में पूरी करनी चाहिए थी उनकी संतुष्टि वृद्धावस्था में करने का प्रयास करता है। कानूनी रूप से बालिग होने के बाद किसी भी आयु में विवाह किया जा सकता हैं।