भोपाल

मध्य प्रदेश की गलियों में बीता इस दिग्गज खिलाड़ी का बचपन, आज दुनियाभर में है नाम

Happy Birth Day Rahul Dravid: शनिवार 11 जनवरी को इंडियन क्रिकेट टीम के महान खिलाड़ी राहुल द्रविड़ का बर्थ डे है, 52 साल के राहुल द्रविड़ का जन्म एमपी के इंदौर में हुआ है और बचपन का कुछ वक्त उन्होंने इसी शहर की गलियों में दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलकर गुजारा है। यहां जानें दुनिया भर में लोगों के दिलों पर राज करने वाले राहुल की लाइफ और मैच से जुड़े कुछ रोचक किस्से, जो बदल सकते हैं आपकी लाइफ…

भोपालJan 10, 2025 / 04:21 pm

Sanjana Kumar

शनिवार को क्रिकेटर राहुल द्रविड़ का 52वां बर्थडे

Happy Birthday Rahul Dravid 52nd Birthday: दो दशकों तक टीम इंडिया की दीवार (The Wall) कहलाने वाले एक दिग्गज क्रिकेटर राहुल द्रविड़ आज तक अपने फैंस के दिलों पर राज करते हैं। क्रिकेट पिच पर उनके स्क्वेयर कट शॉट, आराम से खेलने का तरीका, तो क्रिकेट मैदान से बाहर उनकी सादगी के लोग दीवाने हैं। क्रिकेट के दिग्गज भी उन्हें किसी भी मायने में क्रिकेट का भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर से कम नहीं मानते। क्रिकेट के इस दिग्गज खिलाड़ी का बचपन मध्य प्रदेश की गलियों में बीत है। इसीलिए एमपी के इस शहर से राहुल द्रविड़ को खास लगाव भी है… यहां पढ़ें क्रिकेटर राहुल द्रविड़ की लाइफ के ऐसे रोचक फैक्ट और अनसुने किस्से जिनसे बदल सकती है आपकी भी जिंदगी…

मध्य प्रदेश से है खास नाता

क्रिकेटर राहुल द्रविड़ का मध्य प्रदेश से खास नाता है। राहुल द्रविड़ का जन्म मध्य प्रदेश के मिनी मुंबई इंदौर में 11 जनवरी 1973 को हुआ है।

बचपन से ही राहुल को क्रिकेट खेलने का शौक था। वे अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलते थे।
राहुल द्रविड़ के पिता एक जैम फैक्ट्री में काम करते थे। इसलिए उन्हें बचपन में घर पर प्यार से जैमी कहकर पुकारते थे। करियर के शुरुआती दिनों में राहुल द्रविड़ ने किसान जैम के विज्ञापन में भी काम किया था।
राहुल द्रविड़ के बचपन में ही उनके माता-पिता इंदौर छोड़कर बैंगलुरू चले गए। लेकिन आज भी इंदौर में उनके बड़े भाई रहते हैं। जिनसे मिलने वे अक्सर इंदौर आते हैं। यहां उन्हें स्ट्रीट फूड का मजा लेते भी देखा गया। उनके ऐसे वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुए।

राहुल द्रविड़ को क्यों कहा जाता था ‘The Wall’ (दीवार)

ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर स्टीव वॉ (Steve Waugh) कहते थे कि 15 मिनट में आउट करना जरूरी है। अगर 15 मिनट में राहुल द्रविड़ का विकिट नहीं लिया तो फिर इंडियन टीम के दूसरे खिलाड़ियों का विकेट गिराने पर फोकस करना होगा, क्योंकि 15 मिनट के बाद राहुल आउट नहीं होंगे। यानी टीम इंडिया को ही नहीं बल्कि दूसरी टीमों को भी राहुल द्रविड़ पर इतना विश्वास था कि ये है तो टीम हारेगी नहीं। वहीं राहुल द्रविड़ के कलात्मक खेल के कारण ही एक न्यूज पेपर की हेडिंग में राहुल को हाइलाइट करते हुए लिखा था ‘दी वॉल।’ इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भी राहुल द्रविड़ ने मुस्कराते हुए कहा था कि ऐसा इसलिए लिखा गया है कि जब भी मैं आउट ऑफ फॉर्म हो जाऊं तो ये लिखा जा सके, ‘गिर गई दीवार।’ तब से दो दशक तक राहुल द्रविड़ इंडियन क्रिकेट टीम की दीवार कहलाते रहे।
Rahul Dravid

क्यों कहलाए मिस्टर डिपेंडेबल

राहुल द्रविड़ को मिस्टर डिपेंडेबल के नाम से भी पुकारा जाता था। उनको मिलने वाले इस नाम के पीछे भी एक बड़ा ही रोचक किस्सा है। यहां पढ़ें पूरा किस्सा
इसका उदाहरण है कोलकाता के ईडन गार्डन्स में 2001 में खेला गया मैच। यहां इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच होना था। उस समय ऑस्ट्रेलिया ऐसी मजबूत टीम थी जिसे कोई भी हरा नहीं सका था। इस मैच की शुरुआत चाहे जैसी थी, लेकिन 5 विकेट गिरने के बाद जब 6ठवें खिलाड़ी के रूप में राहुल द्रविड़ की एंट्री हुई तो मैच का रुख एक दम से पलट गया। वीवीएस लक्ष्मण के साथ पार्टनरशिप में राहुल द्रविड़ ने 180 रन बनाकर यहां भारत की ऐतिहासिक जीत दर्ज कराई थी। ये ऐसे पल थे जब राहुल द्रविड़ के लिए कहा गया कि वो टीम को जिताने की जिम्मेदारी अकेले अपने कंधे पर उठा लेते हैं।

क्यों कहलाते हैं एक विनम्र क्रिकेटर

राहुल द्रविड़ को एक विनम्र और अच्छे इंसान के रूप में जाना जाता है। उनके व्यक्तित्व की इस खासियत के कैनेडा टीम के वॉइस कैप्टन मिराज पटेल भी बड़े फैन हो गए थे। 2016 का ये किस्सा सिखाता है विनम्रता आपको महान बनाती है। अंडर 19 वर्ल्ड कप का वॉर्मअप मैच था। उसके कोच राहुल द्रविड़ ही थे।
इस मैच में भारत ने केनेडा को 372 रन से भारी शिकस्त दी थी। कहा जाता है कि इस मैच के बाद कैनेडा टीम इतनी हताश हुई कि खिलाड़ियों को लगने लगा कि वो क्रिकेट के लिए नहीं बने हैं। उनकी आंखों में आंसू थे। वे सभी ड्रेसिंग रूम में थे और निराशा के भाव में क्रिकेट छोड़ने के बारे में सोच रहे थे।
Rahul Dravid
अचानक उनके ड्रेसिंग रूम का दरवाजा बजा। दरवाजा मिराज पटेल ने खोला था। पूरी टीम राहुल द्रविड़ को दरवाजे पर खड़ा देख शॉक्ड रह गई थी। तब जीत का घमंड करने और खुशी का जश्न मनाने के बजाय कैनेडा टीम के पास पहुंचे राहुल द्रविड़ ने खिलाड़ियों से कहा हमने हार्ड वर्क किया है, खूब प्रेक्टिस की है, हार्ड प्रेक्टिस की है। उन्होंने पूरी टीम को मोटिवेट करते हुए कहा कि तुम भी मेहनत करो। हार्ड वर्क, हार्ड ट्रेनिंग करो।
तब केनेडा टीम के वॉइस कप्तान का कहना था कि राहुल द्रविड़ का इस तरह हारी हुई टीम के पास आना हमारे लिए किसी सपने के सच होने जैसा था। ये उनकी विनम्रता ही थी कि उन्होंने हारी हुई टीम को मोटिवेट किया।

आराम से खेलने वाला खिलाड़ी, जो सिखाता है धैर्य रखें

राहुल द्रविड़ के मैच देखकर हर किसी को आपने ये कहते हुए सुना होगा कि वे बड़े आराम से खेलने वाले खिलाड़ी हैं। यह सच भी है। दरअसल राहुल द्रविड़ का खेल बड़ा ही कलात्मक होता था। राहुल द्रविड़ अपनी इनिंग्स के लिए बॉल बाय बॉल प्लानिंग करते थे और आगे बढ़ते जाते थे। जिसे लेकर कहा जाता था कि वे हारने वालों में से नहीं हैं। खेल मैदान के साथ ही उनकी लाइफ में भी ऐसा ही पेशेंस देखने को मिलता था। राहुल द्रविड़ ऐसे शख्स हैं जिनके नाम सबसे ज्यादा बॉल खेलने का रिकॉर्ड भी दर्ज है।
Rahul Dravid

राहुल द्रविड़ कैसे थे हार्ड वर्किंग

राहुल द्रविड़ के लिए कहा जाता है कि वे स्किलफुल नहीं थे। लेकिन हार्डवर्किंग थे। राहुल द्रविड़ मानते हैं कि अगर आप में टैलेंट नहीं है, तो कोई बात नहीं, मेहनत करते रहिए, एक दिन आप में टैलेंट आ जाएगा। उनके की इंटरव्यूज में जब भी उनसे ये सवाल पूछा गया कि वे नई बॉल का सामना करते थे तो कभी डरे या प्रेशर में आए… तो उनका एक ही जवाब होता था कि उन्हें कभी प्रेशर फील नहीं होता, वे बल्कि वे इसे एक शानदार ऑपर्च्युनिटी की तरह मानते हैं। राहुल द्रविड़ का ये अंदाज सिखाता है कि हार्ड वर्क करना मेहनत करना आपकी जिंदगी आसानी से बदल सकता है।

राहुल द्रविड़ Interesting Facts

  • बता दें कि राहुल द्रविड़ एकमात्र ऐसे भारतीय बल्लेबाज हैं, जिनके नाम लगातार चार टेस्ट में सेंचुरी लगाने का रिकॉर्ड दर्ज है।
  • 1999 में इग्लैंड में खेले गए विश्वकप में राहुल टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले क्रिकेटर हैं।
  • इस विश्वकप में राहुल ने सबसे ज्यादा 461 रन बनकर अपने उन आलोचकों का मुंह बंद कर दिया था, जो उन्हें महज एक टेस्ट क्रिकेटर मानते थे।
  • साल 2002 में उन्होंने इंग्लैंड दौरे पर लगातार तीन टेस्ट मैचों में 115, 148 और 217 रनों की पारी खेली।
  • इसके बाद उन्होंने अगला टेस्ट वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला और शतक जमाया।
  • साल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए आईसीसी ने 2004 में आईसीसी अवॉर्ड्स की शुरुआत की थी। इसके पहले ही आयोजन पर राहलु द्रविड़ को ‘आईसीसी टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर’ और ‘प्लेयर ऑफ द ईयर’ के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
  • साल 2004-05 में हुए एक सर्वे के मुताबिक राहुल द्रविड़ को देश का सबसे सेक्सी खिलाड़ी माना गया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि उस समय के युवा खिलाड़ी रहे युवराज सिंह और भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा को पीछे छोड़ते हुए उन्होंने ये खिताब अपने नाम किया था।
Rahul Dravid
  • राहुल नेआईपीएल में 109 मैचों में 2586 रन बनाए हैं, जिसमें 311 चौके और 34 छक्के भी शामिल हैं।
  • द्रविड़ दुनिया के अकेले ऐसे खिलाड़ी हैं, जो एक ही मैच में अपना डेब्यू और रिटायरमेंट ले चुके हैं। 2011 में राहुल ने इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 मैच में अपना डेब्यू किया था और इसी मैच से उन्होंने इस फॉर्मेट से विदाई ले ली थी।
  • क्रिकेट में आने से पहले राहुल द्रविड़ हॉकी में भी अपने हाथ आजमा चुके हैं। बहुत कम लोग यह बात जानते हैं कि वह एक राहुल द्रविड़ एक बेहतरीन हॉकी खिलाड़ी भी रहे। स्कूल के समय में राहुल कर्नाटक की जूनियर स्टेट टीम का हिस्सा भी रह चुके हैं।
  • राहुल द्रविड़ के निकनेम से प्रेरित होकर बैंगलोर में हर साल ‘जैमी कप’ नाम के टूर्नामेंट का आयोजन किया जाता है। इस टूर्नामेंट में ‘मैन ऑफ द टूर्नामेंट’ बनने वाले खिलाड़ी को लिटिल जैमी कहकर बुलाया जाता है।
  • एमटीवी के पॉपुलर प्रैंक शो ‘एमटीवी बकरा’ के तहत एक बार राहुल द्रविड़ को अनजान लड़की से प्रपोज करवाया गया था। लेकिन इस शो की खुराफात द्रविड़ की सादगी पर भारी न पड़ सकी। लड़की के प्रपोज के बाद द्रविड़ ने उस लड़की को बड़े स्नेह से समझाया और उसे पढ़-लिखकर जीवन में कुछ बनने की सलाह दी।
Rahul Dravid

ये भी जानें

राहुल द्रविड़ ने नागपुर की डॉक्टर विजेता पेंधारकर से महाराष्ट्रियन रीति रिवाज से शादी की है
राहुल द्रविड़ के बेटे का नाम समित द्रविड़ है
राहुल द्रविड़ को बॉल टेम्परिंग के मामले में जुर्माना भी भरना पड़ा था।
राहुल द्रविड़ ने विराट कोहली को बल्लेबाजी की टेक्नीक और बारीकियां सिखाई थीं
राहुल द्रविड़ ने भारत के लिए 164 टेस्ट मैच खेले हैं
राहुल द्रविड़ ने साल 2003 में स्कॉटलैंड की टीम के लिए भी 12 मैच खेले थे
राहुल द्रविड़ ने अपने टी20 वर्ल्ड कप बोनस में मिले 2.5 करोड़ रुपए का हिस्सा साथियों के लिए दान कर दिया था

ये भी पढ़ें: एमपी के हर जिले की बदलेगी तस्वीर, मुंबई-दिल्ली जैसा होगा इस शहर का विकास
ये भी पढे़ं: भांजा लेकर आया दुल्हन, मामा बोला ये तो तुम्हारी मामी बनेगी, फिर जो हुआ वो कर देगा हैरान

संबंधित विषय:

Hindi News / Bhopal / मध्य प्रदेश की गलियों में बीता इस दिग्गज खिलाड़ी का बचपन, आज दुनियाभर में है नाम

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.