मेडिटेशन और अध्यात्म का लिया जा रहा सहारा
बच्चों व बड़ों दोनों में ही मोबाइल का एडिक्शन छुड़ाने के लिए मेडिटेशन व अध्यात्म का सहारा लिया जा रहा है। भोपाल में समर कैंप के अलावा प्रजापिता ब्रह्मकुमारी समेत कई केन्द्रों में सोशल मीडिया डिटॉक्स क्लासेज चल रही हैं। शहर में प्रजापति ब्रह्मकुमारी के 10 से ज्यादा राजयोग केन्द्र हैं जहां इन दिनों सबसे ज्यादा भीड़ मोबाइल एडिक्शन से छुटकारा पाने वालों की है। जिनके लिए 10-15 दिन के शिविर किए जा रहे हैं।
ऐसे पाएं मोबाइल की लत पर नियंत्रण
- टाइम कंट्रोल- खुद के लिए एक टाइम टेबिल बनाएं।
- सोशल मीडिया का लिमिटेड यूज करें।
- मोबाइल को छोड़कर अपने आसपास की चीजों पर ध्यान दें।
- अपने दोस्तों, अपने परिवार के सदस्यों के साथ ज्यादा समय बिताएं।
- मोबाइल से उन एप्लीकेशन को डिलीट कर दें जो काम के नहीं हैं।
- मेडिटेशन व योग करें।
- मोबाइल को अपने बिस्तर से दूर रखें, दूर ही चार्जिंग पर लगाएं।
मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल से होने वाले नुकसान
- चेहरे पर रेडिएशन के कारण त्वचा की नमी कम होती है ज्यादा उम्र दिखने लगती है
- देर रात मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल करने से नींद में कमी आती है और इसके कारण ध्यान भंग होने की शिकायत होती है।
- आंखों की थकान, सिरदर्द और कमजोरी के अलावा व्यक्तिगत संबंधों में कमी आती है।