भोपाल। राजधानी में चार रेलवे स्टेशन हैं। इनमें से एक है हबीबगंज। इसका नाम भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर अटल जंक्शन रखने की तैयारी की जा रही है। संभावना है कि अगले साल 31 मार्च को स्टेशन का लोकार्पण समारोह भी किया जा सकता है। पूर्व राज्यसभा सांसद एवं सीनियर भाजपा नेता प्रभात झा ने इसका प्रस्ताव रखा था।
patrika.com पर जानते हैं इसका नाम हबीबगंज क्यों पड़ा और इसे किसने रखा था।
भोपाल का हबीबगंज रेलवे स्टेशन वर्ल्ड क्लास बनाया जा रहा है। इसे कई बार आईएसओ प्रमाण पत्र भी मिल चुका है। यह मध्यप्रदेश का सबसे सुंदर रेलवे स्टेशन भी है। हबीब का मतलब भी सुंदर और प्यारा होता है। भोपाल नवाब की बेगम ने यहां की हरियाली और झीलों की सुंदरता को देखते हुए इसे हबीबगंज नाम दे दिया था।
ऐसा है यह स्टेशन
यह भारत का पहला आईएसओ-9001 सर्टिफाइड रेलवे स्टेशन है। यह स्टेशन भारत की पहली सर्टिफाइड ट्रेन शान-ए-भोपाल एक्सप्रेस का हैडक्वार्टर भी है। जहां कई बड़ी ट्रेन्स के स्टॉपेज हैं। भोपाल एक्सप्रेस के अलावा कई ट्रेनें यहां से चलती हैं और कई ट्रेनों को स्टापेज भी हैं।
सबसे अलग होगी स्टेशन की बिल्डिंग
स्टेशन को वल्र्ड क्लास बनाने की घोषणा साल 2009 के रेल बजट में हुई थी। मॉडल स्टेशन को मेट्रो और बीआरटीएस से जोड़ा जाएगा। आने जाने के लिए रास्ते होंगे। ग्राउंड सब-वे बनेगा, जो सीधे सरकूलेटिंग एरिया में खुलेगा। स्टेशन की बिल्डिंग ही अलग बनेगी।
एयरपोर्ट जैसी होगी एंट्री
इसमें आरक्षण कार्यालय, रिटायरिंग रूम, वेटिंग रूम और फूड कोर्ट जैसी सुविधाएं होंगी। यहां एयरपोर्ट की तर्ज पे स्वैप कर प्लेटफॉर्म पर एंट्री ली जा सकेगी। सामान लाने-लेजाने के लिए ट्राली की सुविधा और मनोरंजन के लिए टीवी लगेंगे। हर प्लेटफॉर्म पर लिफ्ट, एटीएम, मोबाइल चार्जर और मेडिकल स्टोर भी होगा।