भिंड के चंबल पुल Chambal Bridge Bhind के टूट जाने के कारण यहां से भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई थी। 8 जून 2023 को लगी ये रोक अभी तक बरकरार है।
यह भी पढ़ें : Phalodi Satta Bazar – बीजेपी को टेंशन! जानिए एमपी में किसको कितनी सीटें दे रहा फलोदी का सट्टा बाजार इस बीच चार करोड़ में पुल की मरम्मत की गई। पिछले साल 22 दिसंबर को पुल की पूर्ण जांच की गई थी। बाद में आइआइटी कानपुर की टीम ने भी पुल की भार क्षमता की जांच की और पुल को फिट बताया। इसके बाद से ही चंबल पुल Chambal Bridge Bhind से भारी वाहनों के आवागमन पर लगी रोक हटाने का इंतजार किया जा रहा है। पुल पर भारी वाहन निकालने की अनुमति इटावा के कलेक्टर ही दे सकते हैं।
अब चंबल पुल से भारी वाहनों का आवागमन जल्द शुरू होने की उम्मीद इसलिए जागी है क्योंकि यूपी की ओर माइनिंग चौकी बन रही है। ऐसे में चंबल पुल को भारी वाहनों के लिए जल्द ही खोल दिए जाने की उम्मीद बंधी है। इस पुल से भिंड-इटावा के बीच की दूरी मात्र 36 किलोमीटर पर ही सिमट जाएगी।
इससे पहले पुल चालू कराने को फरवरी में भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्वत और इटावा प्रशासन के बीच आनलाइन बातचीत हो चुकी है। तब कुछ शर्तों के साथ भारी वाहनों के लिए पुल चालू कराए जाने की बात कही गई थी। हालांकि इटावा कलेक्टर ने इसे चालू करने से तब इंकार कर दिया था।
इस बीच भिंड में अटेर जैतपुर घाट पर चंबल पर नया पुल भी चालू हो चुका है। नए चंबल पुल से यूपी से एमपी का सीधा कनेक्शन हो गया है वहीं भिंड से आगरा और पास आ गया है। अभी भिंड से आगरा 150 किमी है। चंबल का नया पुल चालू हो जाने से यह दूरी घटकर 110 किमी रह गई है। इस तरह नए पुल ने आगरा की दूरी 40 किमी कम कर दी है।