एमपी की राजधानी भोपाल में राजस्व विभाग में लंबित प्रकरणों की संख्या बढती जा रही है। नामांतरण, बंटान, सीमांकन आदि के एक लाख से ज्यादा मामले पेंडिंग हैं। यहां तक कि सीएम हेल्पलाइन में शिकायत के बाद भी अधिकारी सक्रिय नहीं हो रहे। ऐसे में कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह सख्ती पर उतर आए हैं।
यह भी पढ़ें : एमपी के 16 जिलों में अब नहीं जाएगी बिजली, 24 घंटे होगी पावर सप्लाई, कंपनी ने दी बड़ी सुविधा कलेक्टर ने अब रात 9 बजे तक ऑफिस में रुककर लंबित प्रकरण निपटाने को कहा है। कर्मचारी-अधिकारियों को रात 9 बजे तक ऑफिस में ही रहने के निर्देश दे दिए गए हैं। राजस्व विभाग के अधिकारियों से शाम 6 के बाद पेंडिंग फाइलों पर काम करने को कहा गया है।
नामांतरण, बंटान, सीमांकन और सीएम हेल्पलाइन के मामलों को निपटाने के लिए बाकायदा नई गाइड लाइन तय की गई है। इसके अनुसार अधिकारियों को सुबह 10 बजे से दोपहर 11.30 बजे निरीक्षण और फील्ड के काम करने होंगे। शाम 6 बजे के बाद रात 9 बजे तक ऑफिस में लंबित फाइलें निपटानी होंगी।
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने मंगलवार को टाइम लिमिट (टीएल) की बैठक में सख्ती दिखाते हुए ये निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 100 दिनों से ज्यादा समय से लंबित शिकायतों को तुरंत हल करें। बिना ठोस कारण के मामला अटकाने पर कार्रवाई की जाएगी।