गोविंद सिंह राजपूत ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा- मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ की जोड़ी ने सरकार बनाई थी। सिंधिया जी प्रदेश और देश के बहुत बड़े नेता हैं। उनका कद इतना बड़ा है कि अध्यक्ष पद के लिए संघर्ष नहीं करेंगे। सिंधियाजी के अध्यक्ष बनने से सिर्फ मुझे ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश को खुशी होगी। प्रदेश का हर वर्ग चाहे वो किसान हो, युवा हो या फिर वह बुजुर्ग हो सभी चाहते हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बनें। हालांकि गोविंद सिंह राजपूत ने ये भी कहा कि प्रदेश अध्यक्ष बनाना कांग्रेस हाईकमान का काम है।
गोविंद सिंह से नाराजगी की आईं थी खबरें
हाल ही में ज्योतिरादित्य सिंधिया उज्जैन में महाकाल के दर्शन के लिए पहुंचे थे। इस दौरान ये कहा गया था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से नाराज हैं। गोपाल मंदिर में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गोविंद सिंह राजपूत को कोई तज्जवो नहीं दी थी। जबकि दूसरे मंत्री तुलसी सिलावट पूरी यात्रा के दौरान ही सिंधिया के साथ ही रहे। सिंधिया जब कार्यकर्ताओं के साथ मंदिर की गैलरी में पहुंचे तो गेट लगा दिया गया औऱ मंत्री गोविंद सिंह राजपूत 10 मिनट तक इंतजार करते रहे। उसके बाद भी गेट नहीं खोला गया और इस दौरान गोविंद सिंह राजपूत अलग-थलग दिखाई दिए।
सिंधिया की दावेदारी और अल्टीमेटम
सूत्रों के हवाले से मिली खबरों के मुताबिक कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए आपनी दावेदारी पेश कर दी है। बताया जा रहा है कि बड़े नेताओं के सामने उन्होंने अपना दावा ठोका। खबर यह भी आने लगी कि सिंधिया भाजपा के नेताओं के संपर्क में हैं। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने एक प्रकार से पार्टी नेताओं को अल्टीमेटम दे दिया। इसे लेकर भी अटकलों का दौर तेज हो गया है। वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन सिंधिया के द्वारा पोस्ट किया गया वीडियो भी सुर्खियों में रहा।