अब कूनो नेशनल पार्क और बांधवगढ़, कान्हा, सतपुड़ा, पेंच, पन्ना जैसे टाइगर रिजर्व को एयर कनेक्टिविटी की दरकार है। यहां के चीते और बाघ दुनिया के पर्यटकों को रिझा रहे हैं। पर्यटक बस, ट्रेन और टैक्सी के जरिए ही पहुंच पाते हैं। इन पर्यटन केंद्रों को भी हेली सेवा की जरूरत है। इस सेवा का विस्तार कर वैश्विक पर्यटकों को मध्यप्रदेश ला सकते हैं।
जल्द मिल सकती है इंटरनेशनल फ्लाइट
राजधानी भोपाल के एयरपोर्ट को जल्द ही इंटरनेशनल फ्लाइट की सौगात मिल सकती है। नए टर्मिनल का काम 2011 में पूरा हो गया था। तब इंटरनेशनल विंग के लिए अलग से जगह छोड़ दी गई थी। अब उसी जगह को नए सिरे से विकसित किया जा रहा है। कुछ दिन पहले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों की संख्या बढ़ाने को लेकर स्वीकृति मिल चुकी है। सुविधाओं के मामले में हाल ही में नया एटीसी टॉवर बनकर तैयार हुआ है। ये भी पढ़ें: इन रूटों पर 6 एक्सप्रेस-वे बनाने जा रही भाजपा सरकार ! 100 दिन में पूरा होगा काम यहां हैं हवाई पट्टी
नीमच, रतलाम, खरगोन, खंडवा, शिवपुरी, गुना, टेकनपुर, ढाना (सागर), दमोह, सतना, सीधी, रीवा, शहडोल, छिंदवाड़ा, नागदा, उज्जैन, झाबुआ, बिरवा (बालाघाट), सकरिया (पन्ना), पचमढ़ी, उमरिया, सिवनी, मंडला, दतिया, मंदसौर, सिंगरौली।
इंदौर से उड़ानें
दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, लखनऊ, बेंगलूरु, जयपुर, हैदराबाद, रायपुर, पुणे, कोलकाता, चंडीगढ़, जबलपुर, नागपुर, चेन्नई, उदयपुर, गोवा, शिरडी नासिक, बेलागावी, प्रयागराज, दुबई। 35% यात्री बढ़े: 2022-23 के मुकाबले 2023-24 में 27त्न उड़ानें और 35त्न यात्री बढ़े हैं। एक अप्रेल 2023 से 31 मार्च 2024 तक करीब 30 हजार उड़ानें संचालित हुईं। करीब 37 लाख यात्रियों ने सफर किया।
जबलपुर से उड़ानें
मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, पुणे, नागपुर, भोपाल और इंदौर घटती उड़ानों से परेशान यात्री: जबलपुर एयरपोर्ट का नया टर्मिनल हाल ही में शुरू हुआ है, लेकिन घटती उड़ानों ने यात्रियों को परेशान कर रखा है। कभी 12 उड़ानें थीं, अब पांच रह गईं। विरोध में लोगों ने नो फ्लाइंग-डे अभियान चलाया। यहां से फ्लाइट कभी भी चालू और बंद हो जाती हैं।
ग्वालियर से उड़ानें
दिल्ली, पुणे, मुंबई, हैदराबाद, अहमदाबाद और अयोध्या धाम। रिकॉर्ड समय में तैयार हुआ एयरपोर्ट
ग्वालियर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल को 16 माह में 20 हजार वर्गमीटर में 496 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है। यहां 13 फ्लाइट लैंड कर सकेंगी। नया टर्मिनल बनने से अब और उड़ानें बढऩे की संभावना है।