वहीं लोगों को होने वाली परेशानी को देखते हुए सरकार की ओर से कदम उठाने शुरू ( Good news ) कर दिए गए है। इसके तहत बैंक अधिकारियों की
यूनियनों ने हड़ताल पर जाने से पहले सरकारी कर्मचारियों ( government employees ) के वेतन ( salary ) को लेकर एक बड़ा निर्णय ( Good news for salary ) ले लिया गया है!
दरअसल इन पांच दिनों में लोगों की परेशानी और लाखों कर्मचारियों को वेतन मिलने में मुश्किलों का सामना न करना पड़े, इसलिए सभी बैंक हड़ताल के पहले ही
वेतन बांट देंगे।
MUST READ : हड़ताल से पहले बैंक के ग्राहकों को मिला ये खास तोहफा, अब इस दिन से होगा फायदा! इसलिए बैंक का कामकाज ठप होने की स्थिति में कर्मचारियों को पांच दिन पहले ही वेतन दे दिया जाएगा। गौरतलब है कि
केन्द्रीय कर्मचारियों को सितंबर में 30 तारीख को वेतन मिलता है। लेकिन इस बार वित्त मंत्रालय ने 5 दिन पहले सभी केन्द्रीय कर्मचारियों का वेतन बैंक खातों में जारी करने के आदेश दे दिए गए हैं।
MUST READ : MP में फिर येलो अलर्ट, आसमान पर बादलों ने जमाया अपना डेरा रेलवे ने भी जारी किया आदेशइधर, मध्यप्रदेश के पश्चिम मध्य रेल मंडल ने भी सभी कर्मचारियों को बैंक हड़ताल से पहले 25 सितंबर तक वेतन देने के आदेश दिए हैं। इसके बाद वाणिज्य विभागों को भी कहा गया है कि वे भी जल्द से जल्द वेतन देने की तैयारी कर लें, जिससे हड़ताल से पहले वेतन खाते में जमा किया जा सके।
रेलवे के इस फैसले के बाद सभी कर्मचारियों में खुशी का माहौल है, क्योंकि दशहरे से पहले नवरात्र में वेतन जारी हो रहा है।
ऐसे समझें मामला… दरअसल सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अधिकारियों की चार यूनियनों ने 10 सरकारी बैंकों के विलय की घोषणा के विरोध में 26 और 27 सितंबर को हड़ताल की धमकी दी है।
वहीं, 28 सितंबर को महीने का चौथा शनिवार होने के कारण बैंक बंद रहेगा और रविवार को साप्ताहिक अवकाश होता है। तो इस लिहाज से इन दिनों बैंक बंद रह सकते हैं।
इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (आईबीए) को भेजे नोटिस में अधिकारियों की यूनियनों ने कहा कि उनका बैंकिंग क्षेत्र में विलय के खिलाफ हड़ताल पर जाने का प्रस्ताव है।
MUST READ : मंगल का राशि परिवर्तन: इनके लिए रहेगा खास, कन्या राशि में पहुंचते ही पलट देगा किस्मत हड़ताल क्यों?बताया जा रहा है कि वर्तमान में जो नए बैंक कर्मी भर्ती हो रहे हैं उनका वेतन प्राइमरी शिक्षकों से भी दस हजार रुपए कम है। इसके साथ ही नए भर्ती हो रहे क्लर्क का वेतन राज्य और केंद्र सरकार के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से भी कम है। इन्हीं मुद्दों को लेकर बैंकों के अधिकारियों की चार ट्रेड यूनियनों ने हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है।
MUST READ : सगाई करने के लिए शुभ दिन, ये हैं अभी 2019 में देवउठनी एकादशी से पहले के मुहूर्त ये होगी परेशानी…सरकार के फैसले के खिलाफ, बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों ने बैंकों के विलय के विरोध में हड़ताल का आव्हान किया है। बैंक हड़ताल को अन्य कर्मचारी संगठनों का भी सहयोग मिल चुका है।
त्यौहारी सीजन शुरू होने से ठीक पहले बैंकों की इस हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिल सकता है। जिसके चलते इन दिनों बैंकों में कामकाज ठप रहने की संभावना है।