जिसके चलते अब वे कन्या राशि ( astrology ) में आ गए है। खास बात ये है कि इन्हें कन्या राशि का स्वामित्व भी प्राप्त है। वहीं जहां आज बुधवार है, वहीं बुध के कारक देव श्रीगणेश हैं।
बुध: गोचर का समय
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार बुध ग्रह के गोचर की अवधि लगभग 14 दिनों की होती है। बुध का गोचर हमारी जन्म कुंडली ( horoscope ) में स्थित लग्न राशि से दूसरे, चौथे, छठे, आठवें, दसवें और ग्यारहवें भाव में शुभ फल देता है।
वहीं आज यानि 11 सितंबर 2019, बुधवार की सुबह 04:47 बजे बुध ग्रह अपनी उच्च राशि कन्या में गोचर कर गया है और अब ये यहां 29 सितम्बर 2019, रविवार दोपहर 12:41 बजे तक स्थित ( rashi Parivartan ) रहेगा। इस अवधि में बुध ग्रह सभी राशियों ( zodiac sign ) को प्रभावित करेगा। लेकिन कुछ जानकार ये भी मानते हैं कि बुध के परिवर्तन का असर 2 से 4 दिन में आता है।
बुध ग्रह को ज्योतिष में तटस्थ ग्रह माना जाता है। ऐसे में यह अगर आपकी जन्म कुंडली ( horoscope ) में किसी शुभ ग्रह के साथ बैठा है तो यह आपको शुभ फल देगा। वहीं अगर यह किसी क्रूर ग्रह के साथ युति बना रहा है तो इसके प्रभाव भी क्रूर होंगे।
माना जाता है कि जिन जातकों की कुंडली में बुध ( rashi Parivartan ) अच्छी स्थिति में नहीं होता उनकी तार्किक क्षमता बहुत अच्छी नहीं होती, गणितीय विषयों को समझने में उनको दिक्कतें आती हैं और त्वचा से संबंधी रोगों के भी वो शिकार हो सकते हैं। बुध ग्रह के बुरे प्रभावों से बचने के लिए बुध ग्रह की शांति के उपाय करने चाहिए।
MUST READ : शुक्र के राशि परिवर्तन बुध के राशि परिवर्तन से विभिन्न राशियों ( zodiac sings ) पर होने वाले बुध ग्रह के गोचर का प्रभाव को ऐसे समझें…
1. मेष राशि / effects of Mercury on aries
आपकी राशि से बुध का गोचर षष्ठम भाव भाव में होगा। इस भाव से रोग,शत्रु, जीवन में आने वाली रुकावटों आदि के बारे में विचार किया जाता है।
1. मेष राशि / effects of Mercury on aries
आपकी राशि से बुध का गोचर षष्ठम भाव भाव में होगा। इस भाव से रोग,शत्रु, जीवन में आने वाली रुकावटों आदि के बारे में विचार किया जाता है।
यह गोचर आपके आर्थिक पक्ष के लिए अच्छा होगा। धन लाभ होने के पूरे आसार हैं। इस दौरान आप सेहत को दुरुस्त करने के प्रयास करते नजर आएंगे। साथ ही खान-पान में सुधार करके आप कई बीमारियों से खुद को दूर कर देंगे।
कार्यक्षेत्र में आपकी स्थिति में इस दौरान परिवर्तन आ सकता है आप अपने तर्कों से इस समय अपने विरोधियों को परास्त कर सकते हैं। आपकी कला को इस समय सराहा जा सकता है। बुध का यह गोचर कई मायनों में आपके लिए शुभ है, लेकिन आपको इस समय अहम भाव को खुद से दूर रखकर अपने वरिष्ठों का सम्मान करना चाहिए।
उपायः किन्नरों का आशीर्वाद लें और उन्हें हरे रंग की वस्तु दान में दें। MUST READ : इन राशियों का अगले कुछ दिनों में होने जा रहा है भाग्योदय! ये परिवर्तन बन रहा कारण…
2. वृषभ राशि / effects of Mercury on Tauras
आपकी राशि से बुध देव यानि बुद्धिदाता ग्रह का गोचर पंचम भाव में होगा। इस भाव से संतान भाव देखा जाता है। बुध देव का गोचर इस भाव में अनुकूल नहीं माना जाता।
आपकी राशि से बुध देव यानि बुद्धिदाता ग्रह का गोचर पंचम भाव में होगा। इस भाव से संतान भाव देखा जाता है। बुध देव का गोचर इस भाव में अनुकूल नहीं माना जाता।
लेकिन छात्रों के लिए यह समय अच्छा साबित होगा। खासकर वो छात्र जो गणित और वाणिज्य के क्षेत्र से जुड़े हैं उन्हें इस समय अच्छे फल मिलेंगे और पढ़ाई के प्रति उनका झुकाव भी बढ़ेगा। इस दौरान आपका मेलजोल कुछ नए लोगों से हो सकता है।
इस गोचर के चलते आपको जीवन में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। आपके परिवार के लोग के कारण आपको परेशानी हो सकती है। वहीं नौकरी में इस दौरान कार्यक्षेत्र में काम के बाेझ तले दबे रहेंगे। हालांकि अपनी कड़ी मेहनत का अच्छा फल आपको आने वाले समय में मिल सकता है।
विवाहित लोगों को इस अवधि में घरवालों से बात करते समय अपनी भाषा को सभ्य रखने की जरुरत है। आर्थिक पक्ष भी इस समय कमजोर हो सकता है। अत: आपको अपने ख़र्चों पर इस समय लगाम लगाने की जरुरत है।
उपायः श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। 3. मिथुन राशि / effects of Mercury on gemini
बुध का यह गोचर आपके चतुर्थ भाव में रहेगा। जिसे माता व सुख का भाव माना जाता है। वहीं बुध आपके राशि स्वामी भी हैं।
बुध का यह गोचर आपके चतुर्थ भाव में रहेगा। जिसे माता व सुख का भाव माना जाता है। वहीं बुध आपके राशि स्वामी भी हैं।
यह समय आर्थिक पक्ष के लिए अच्छा रहेगा। इस गोचर के दौरान आप धन की बचत कर पाने में सक्षम होंगे और अपने धन का सही तरीके से इस्तेमाल भी कर पाएंगे। इस राशि के नौकरी पेशा लोगों की आय में इस अवधि में वृद्धि हो सकती है।
आपके परिवार की स्थिति अच्छी रहेगी जिससे आपके मन को शांति मिलेगी और इस वजह से आप सामाजिक स्तर पर भी बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे। इस समय आपकी माता की सेहत में भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। कारोबारियों को अपनी योजनाओं पर इस समय विचार-विमर्श करना चाहिए और अगर सब कुछ सही हो तो योजनाओं को लागू करने में देरी नहीं करनी चाहिए।
उपायः भगवान विष्णु की पूजा करें। MUST READ : बुध का मकर राशि में प्रवेश 4. कर्क राशि / effects of Mercury on Cancer
इस गोचर के दौरान बुध ग्रह का संचरण आपकी राशि से तृतीय भाव में रहेगा। तृतीय भाव का पराक्रम, भाई बहन व मामा का भाव माना जाता है।
इस गोचर के दौरान बुध ग्रह का संचरण आपकी राशि से तृतीय भाव में रहेगा। तृतीय भाव का पराक्रम, भाई बहन व मामा का भाव माना जाता है।
इस गोचर के दौरान आप खुद में साहस की कमी महसूस कर सकते हैं। जिन कामों को आप आसानी से कर लेते हैं उन्हें करने में भी इस दौरान आप घबराएंगे। इसके साथ ही कोई अनजाना डर भी इस दौरान आपको सता सकता है।
परिवार की स्थिति वैसे तो ठीक रहेगी लेकिन अपने भाई-बहनों के साथ किसी भी बात को लेकर इस दौरान आपको झगड़ना नहीं चाहिए बल्कि स्थिति को सुधारने के लिए प्रयास करने चाहिए। इस समय आपको पैसों के लेन-देन में भी सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि आपके आर्थिक पक्ष के लिए यह गोचर अनुकूल नहीं कहा जा सकता। इस राशि के कुछ लोग इस दौरान काम से वक्त निकालकर अपने दोस्तों के साथ घूमने जाने का प्लान बना सकते हैं। छात्रों को समय की अहमियत समझने की जरुरत है, आपको उन दोस्तों से दूर रहना चाहिए जो आपका समय बर्बाद करते हैं।
उपायः गौ माता को हरा चारा खिलाएं। 5. सिंह राशि / effects of Mercury on Leo
बुध ग्रह का गोचर आपकी राशि से द्वितीय भाव में रहेगा। द्वितीय भाव को कुठुंब या पैत्रिक संपत्ति/धन का भाव माना गया है।
बुध ग्रह का गोचर आपकी राशि से द्वितीय भाव में रहेगा। द्वितीय भाव को कुठुंब या पैत्रिक संपत्ति/धन का भाव माना गया है।
यह गोचर आपके लिए बहुत अच्छा रहेगा और इस दौरान आपके जीवन में ख़ुशियों की दस्तक होगी। अपने परिवार के लोगों के साथ आप बेहतरीन समय गुजारेंगे। घर के सदस्यों को खुश देखकर आपके चेहरे पर मुस्कान बनी रहेगी।
लेकिन धन से जुड़े लेन-देन में सावधानी बरतने की जरुरत है, हालांकि आर्थिक पक्ष के लिहाज से देखा जाए तो यह समय आपके अनुकूल है। इस राशि के कुछ जातकों को इस समय धन लाभ हो सकता है। सामाजिक जीवन की बात करें तो बुध के प्रभाव से इस वक्त आपकी वाणी में मिठास रहेगी जिसके बलबूते आप कई लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर पाने में कामयाब रहेंगे।
छात्रों के लिए यह गोचर शुभफलदायी रह सकता है, इस गोचर के दौरान आपको प्रतियोगी परीक्षाओं में मनमाफिक परिणाम मिल सकते हैं। जो लोग शादीशुदा हैं और अपने जीवनसाथी से दूर रहते हैं इस दौरान वो उनसे मिलने जा सकते हैं।
उपायः छोटी कन्याओं की पूजा करें। 6. कन्या राशि / effects of Mercury on Virgo
बुध का गोचर आपकी ही राशि के लग्न भाव में रहेगा। वहीं बुध आपके राशि स्वामी भी हैं। ऐसे में अन्य राशियों की तुलना में इस गोचर का प्रभाव आप पर ज्यादा पड़ सकता है।
बुध का गोचर आपकी ही राशि के लग्न भाव में रहेगा। वहीं बुध आपके राशि स्वामी भी हैं। ऐसे में अन्य राशियों की तुलना में इस गोचर का प्रभाव आप पर ज्यादा पड़ सकता है।
बुध के आपके लग्न भाव में गोचर के चलते आपको संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि आपकी आमदनी अच्छी होगी और व्यापार में भी वृद्धि होने के योग बनेंगे। आपकी वाणी इस समय थोड़ी कर्कश हो सकती है, आप भले ही किसी का दिल न दुखाना चाहें लेकिन किसी को आपकी बात बुरी लग सकती है।
सामाजिक जीवन में भी आपको संभलकर चलने की जरुरत है, आपके विरोधी आपकी बातों को तोड़-मरोड़कर आपको गलत साबित करने की कोशिश कर सकते हैं। धन संबंधी मामलों के लिए यह समय अनुकूल है इसलिए धन की आवाजाही को लेकर चिंता न करें।
इस दौरान यात्रा करना भी आपके लिए अच्छा नहीं है। अगर यात्रा करना ज्यादा ज़रूरी न हो तो इसे टालना ही बेहतर होगा। छात्र शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं तो टाइम टेबल के हिसाब से पढ़ाई करें।
उपायः ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः’ मंत्र का जाप करें। 7. तुला राशि / effects of Mercury on Libra
बुध ग्रह का गोचर आपकी राशि से द्वादश भाव में हो रहा है। द्वादश भाव को व्यय भाव भी कहा जाता है।
बुध ग्रह का गोचर आपकी राशि से द्वादश भाव में हो रहा है। द्वादश भाव को व्यय भाव भी कहा जाता है।
ऐसे में बुध गोचर की यह अवधि आपके विरोधियों को आपके प्रति सक्रिय कर सकती है। इस समय आपको अपने विरोधियों से सावधान होकर चलना पड़ेगा नहीं तो आप किसी बड़ी मुश्किल में फंस सकते हैं।
आर्थिक पक्ष भी इस समय बहुत अच्छा नहीं रहेगा न चाहते हुए भी आपको धन खर्च करना पड़ेगा और इस दौरान धन के लेन-देन में सावधानी भी बरतनी पड़ेगी। शादीशुदा और प्रेम में पड़े इस राशि के जातकों को इस समय अपने प्रियतम के प्रति विनम्र रहने की जरुरत है। आपका गलत व्यवहार आपके रिश्तों में दरार डाल सकता है।
इस राशि के छात्र इस दौरान शिक्षा के प्रति गंभीर तो रहेंगे ही लेकिन आपका ध्यान बार-बार भटकने के से आपको दिक्कतें आ सकती हैं। इसलिए आपको एकाग्रता को बढ़ाने के लिए योग-ध्यान का अभ्यास करना चाहिए।
उपायः बहन/चाची/बुआ/मौसी को तोहफ़ा भेंट करें। 8. वृश्चिक राशि / effects of Mercury on scorpio
इस दौरान बुध देव आपकी राशि के एकादश भाव में गोचर करेंगे। इस भाव को लाभ भाव भी कहा जाता है।
इस दौरान बुध देव आपकी राशि के एकादश भाव में गोचर करेंगे। इस भाव को लाभ भाव भी कहा जाता है।
इस भाव में बुध का गोचर आपके लिए शुभफलदायी है। आर्थिक पक्ष इस दौरान मजबूत होगा और धन लाभ के योग बनेंगे। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को उनकी मेहनत का अच्छा फल इस दौरान मिल सकता है। जिसके चलते नौकरी पेशा से जुड़े लोगों के मन में संतुष्टि का भाव आएगा।
आपकी सेहत भी इस समय अच्छी रहेगी। इस समय को पूरी तरह से जीने के लिए आप अपने परिवार वालों के साथ कहीं घूमने का प्लान बना सकते हैं। इस समय आप धार्मिक कार्यों में भी हिस्सा ले सकते हैं और दान-पुण्य भी कर सकते हैं। कुल-मिलाकर कहा जाए तो बुध का यह गोचर वृश्चिक राशि वालों के लिए शुभ रहने वाला है।
उपायः बुधवार को साबुत मूंग दान करें। 9. धनु राशि / effects of Mercury on Sagittarius
इस दौरान बुध आपके दशम भाव पर रहेंगे। दशम भाव को कर्म भाव भी कहा जाता है। इस भाव में बुध की स्थिति आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव लेकर आएगी।
इस दौरान बुध आपके दशम भाव पर रहेंगे। दशम भाव को कर्म भाव भी कहा जाता है। इस भाव में बुध की स्थिति आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव लेकर आएगी।
कामकाजी लोगों को उनके कार्यक्षेत्र से इस अवधि में शुभ समाचार मिल सकते हैं। अगर आप लंबे समय से किसी संस्था से जुड़े थे तो इस गोचर के दौरान आपका प्रोमोशन हो सकता है और आपकी आमदनी में भी इज़ाफा हो सकता है।
कारोबारी भी इस दौरान अपने कारोबार में विस्तार करने की योजना बना सकते हैं। आपके तेज में इस दौरान वृद्धि होगी और आपके विरोधी आपके सामने आने में इस समय घबराएंगे। आपके स्वास्थ्य में भी अच्छे बदलाव देखने को मिलेंगे।
मानसिक रुप से आप खुद को तरोताजा पाएंगे। पारिवारिक जीवन में सुख-सुविधाओं की वृद्धि होगी और समाज में भी आपका दायरा बढ़ेगा। छात्रों को उन विषयों को पढ़ने में इस दौरान रुचि आ सकती है जिनमें वो कमजोर हैं।
उपायः बुधवार को हरी इलायची दान करें। 10. मकर राशि / effects of Mercury on Capricorn
आपकी राशि से बुध ग्रह का गोचर नवम भाव में रहेगा। नवम भाव को भग्य भाव या धर्म भाव भी कहा जाता है और इस भाव से धर्म, भाग्य और गुरु या गुरुतुल्य लोगों के साथ आपके संबंधों के बारे में विचार किया जाता है।
आपकी राशि से बुध ग्रह का गोचर नवम भाव में रहेगा। नवम भाव को भग्य भाव या धर्म भाव भी कहा जाता है और इस भाव से धर्म, भाग्य और गुरु या गुरुतुल्य लोगों के साथ आपके संबंधों के बारे में विचार किया जाता है।
ऐसे में बुध का यह गोचर आपके जीवन में कुछ परेशानियां खड़ी कर सकता है। कुछ समस्याएं आपकी मानसिक शांति को इस दौरान भंग कर सकती हैं। आर्थिक पक्ष को मजबूत करने के प्रयास करते नजर आएंगे, लेकिन बहुत ज्यादा धन संचित करने में आप इस दौरान कामयाब नहीं हो पाएंगे।
धन से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले सोच विचार अवश्य करें। इस समय अपने भाई-बहनों से संबंध मजबूत करने की कोशिश करें। इस राशि के जो जातक इस गोचर के दौरान यात्रा करने वाले हैं उन्हें अपने सामान के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य के प्रति भी सावधान रहना पड़ेगा।
आपमें से कुछ के लिए यात्राएं धन के मामले में लाभदायक साबित होंगी और भाग्य का आपको पूरा साथ मिलेगा। छात्रों को किसी भी विषय को अच्छी तरह से जानने के लिए अपने गुरुजनों का सहयोग लेना चाहिए।
उपायः बुधवार को बुध यंत्र स्थापित करें। 11. कुंभ राशि / effects of Mercury on Aquarius
आपकी राशि से बुध देव अष्टम भाव रहेंगे। अष्टम भाव को आयु भाव भी कहा जाता है। इस दौश्रान बुध का यह गोचर आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता है।
आपकी राशि से बुध देव अष्टम भाव रहेंगे। अष्टम भाव को आयु भाव भी कहा जाता है। इस दौश्रान बुध का यह गोचर आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता है।
इस दौरान आपके आर्थिक पक्ष में मज़बूती आने के योग हैं, अतीत में की गई योजनाओं का आपको इस दौरान लाभ मिल सकता है। इस राशि के जो जातक प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग ले चुके हैं और अब परिणामों का इंतजार कर रहे हैं उन्हें इस दौरान मनमाफिक परिणाम मिलने की उम्मीद है।
नौकरी पेशा से जुड़े लोगों के चेहरे पर इस दौरान खुशी देखी जा सकती है। कार्यक्षेत्र में आपके काम को सराहना मिल सकती है। वहीं पारिवारिक जीवन में भी संगतता बनी रहेगी और आप अपने परिवार वालों की ज़रूरतों का ख्याल रखेंगे।
सामाजिक जीवन पहले से बेहतर होगा लेकिन आपको ऐसे लोगों से बच कर रहने की जरुरत है जो आपके सामने आपके शुभ चिंतक बनते हैं और पीठ पीछे आपके खिलाफ बातें करते हैं। उपायः अपने दाहिने हाथ या गले में विधारा की जड़ धारण करें।
12. मीन राशि / effects of Mercury on Pisces
इस दौरान बुध देव आपकी राशि से सप्तम भाव में गोचर करेंगे। इस भाव को विवाह भाव भी कहा जाता है और इससे हम जीवन में होने वाली साझेदारियों के बारे में विचार करते हैं।
इस दौरान बुध देव आपकी राशि से सप्तम भाव में गोचर करेंगे। इस भाव को विवाह भाव भी कहा जाता है और इससे हम जीवन में होने वाली साझेदारियों के बारे में विचार करते हैं।
सप्तम भाव में बुध की स्थिति आपके लिए अच्छी नहीं मानी जा सकती। इस गोचर के दौरान आपका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है और आप मानसिक रुप से भी खुद को कमजोर पा सकते हैं। आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए और सेहत को दुरुस्त करने के लिए शारीरिक गतिशीलता बढ़ानी चाहिए।
आर्थिक पक्ष को मजबूत करना चाहते हैं तो अपने जीवनसाथी या घर के किसी वरिष्ठ से सलाह मशवरा करें। इस राशि के जो जातक कारोबार कर रहे हैं, उनके लिए यह गोचर शुभफलदायी सिद्ध होगा। आपको कारोबार में मुनाफ़ा होने की पूरी उम्मीद है। छात्रों को इस दौरान महान लोगों की जीवनियां पढ़नी चाहिए और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने चाहिए।
उपायः गाय को साबुत मूंग की दाल खिलाएं। जानें बुध ग्रह को: ज्योतिष के अनुसार…
ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, व्यापार और चेतना का कारक कहा जाता है। बुध के शुभ प्रभाव से जातक बुद्धिमान, तार्किक रूप से सशक्त और बोल-चाल के मामले में बेहद निपुण होते हैं।
ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, व्यापार और चेतना का कारक कहा जाता है। बुध के शुभ प्रभाव से जातक बुद्धिमान, तार्किक रूप से सशक्त और बोल-चाल के मामले में बेहद निपुण होते हैं।
बुध ग्रह को मिथुन व कन्या राशि का स्वामी माना जाता है और अश्लेषा, ज्येष्ठा व रेवती नक्षत्र बुध से संबंधित होते हैं। इसके अलावा बुध ग्रह सूचना, संचार और अनुसंधान का कारक भी होता है। कुंडली में बुध की शुभ स्थिति जातक को सामाजिक स्तर पर सम्मान दिलाती है।
उपाय: बुध ग्रह की शांति के लिए यह करें …
बुध के अच्छे फल प्राप्त करने के लिए बुध का आपकी कुंडली में अच्छी अवस्था में होना बहुत ज़रुरी है। अगर बुध अच्छी स्थिति में नहीं है तो आप बुध ग्रह की शांति के लिए बुधवार के दिन बुध के नक्षत्रों (अश्लेषा, ज्येष्ठा, रेवती) या बुध की होरा में बुध ग्रह से संबंधी वस्तुओं का दान कर सकते हैं।
बुध के अच्छे फल प्राप्त करने के लिए बुध का आपकी कुंडली में अच्छी अवस्था में होना बहुत ज़रुरी है। अगर बुध अच्छी स्थिति में नहीं है तो आप बुध ग्रह की शांति के लिए बुधवार के दिन बुध के नक्षत्रों (अश्लेषा, ज्येष्ठा, रेवती) या बुध की होरा में बुध ग्रह से संबंधी वस्तुओं का दान कर सकते हैं।
यह दान सुबह या शाम के वक्त किया जा सकता है। बुध के बुरे प्रभावों से बचने के लिए कई ज्योतिष के जानकार जातक को हरा पन्ना या चार मुखी रुद्राक्ष धारण करने और बुध यंत्र की स्थापना करने की सलाह देते हैं।