अलावा गुट: जयस में तीन गुट प्रभावी हैं। डॉ. हीराआल अलावा गुट ने कांग्रेस से धार, खरगोन सीट मांगी है। यह गुट धार से महेंद्र कन्नोज, खरगोन से पोरलाल खरते को लड़ाना चाहता है।
दूसरे गुट का यह दावा: जयस के दूसरे गुट में लोकेश मुजाल्दा व विक्रम अच्छालिया सक्रिय हैं जो एसटी के लिए आरक्षित शहडोल, मंडला, रतलाम, धार, खरगोन व बैतूल सीट पर प्रत्याशी उतारने की बात कह रहे हैं।
गोंगपा यहां लड़ेगी: पार्टी से मिली जानकारी के अनुसार सीधी, शहडोल, मंडला, सागर, दमोह, जबलपुर, बालाघाट, छिदंवाड़ा, होशंगाबाद, देवास, बैतूल में चुनाव लडऩे का निर्णय लिया है।
18 विस सीटों पर जयस को 98 हजार वोट
आलीराजपुर, थांदला, सरदारपुर, पेटलावद, टिमरनी, मांधाता, भीकनगांव, बड़वाह, भगवानपुरा, झाबुआ, जोबट, नेपानगर, महू, रतलाम ग्रामीण, महेश्वर, बैतूल, राजपुर व पानसेमल जैसी 18 विधानसभा सीटों पर जयस समर्थित प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था। 98,288 वोट झटके थे। विश्लेषकों की मानें तो इन दलों में शामिल कई नेता पूर्व में कांग्रेस से जुड़ाव वाले रहे हैं, जो अब नए संगठनों के नाम के साथ हैं। विधानसभा चुनाव में बाप को छोड़कर बाकी संगठनों ने जीत तो हासिल नहीं की, लेकिन कई सीटों पर कांग्रेस का खेल जरुर बिगाड़ा है। गोंगपा ने मंडला, शहडोल, बालाघाट, छिंदवाड़ा, बैतूल, सीधी, सतना, दमोह समेत 1 अन्य लोकसभा क्षेत्र में आने वाली 75 से ज्यादा विधानसभा सीटों पर 2023 का विधानसभा चुनाव लड़ा था। एक भी सीट नहीं मिली, लेकिन 392120 से ज्यादा वोट मिले। कई सीटों पर इसका फायदा भाजपा को हुआ था और कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा।
उम्मीदवारों के चयन के लिए 8 मार्च को जबलपुर में बैठक होगी। हम जीतने के लिए लड़ेंगे।
-अमान सिंह पोर्ते, अध्यक्ष, गोंगपा मप्र
धार, खरगोन के लिए प्रभावी उम्मीदवार हैं, इसलिए सीटें मांगी हैं। यदि नहीं भी मिलती हैं तो कांग्रेस का समर्थन करेंगे।
-डॉ. हीरालाल अलावा विधायक एवं जयस गुट
आदिवासी समुदाय के प्रभाव वाली सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। संगठनों से बातचीत जारी है। निर्दलियों का सहयोग लेंगे।
-इंजी. लोकेश मुजाल्दा राष्ट्रीय अध्यक्ष, जयस