ऐसे में कीमती धातुओं का भविष्य तेजीसूचक है। यानी आगामी त्योहारों पर सोना-चांदी के भाव कम नहीं होंगे। बीते करीब एक साल के आंकड़े बताते हैं कि सोना- चांदी ने 15 फीसदी से अधिक का रिटर्न दिया है। आभूषण बाजार में वजन में हलके और फैंसी आभूषणों की मांग रह सकती है। भारी वजन वाले गहनों का बाजार उम्मीद के अनुरूप नहीं रहेगा।
नवरात्रि-दिवाली बाजार
- 15 फीसदी से अधिक रिटर्न दिया है सोना-चांदी ने बीते एक साल में
- 2023 नवंबर में सोने का स्थानीय स्तर पर भाव 62,000 रुपए प्रति दस ग्राम
- 2023 नवंबर में चांदी का स्थानीय स्तर पर भाव 73,000 रुपए प्रति किलो
- 1 साल में सोना 16,000 रुपए प्रति दस ग्राम बढ़ा
- 1 साल में चांदी 18,000 रुपए प्रति किलो बढ़ी
बीते 6 माह के भाव
माह – सोना – चांदी 1 अप्रेल- 71,050- 76,800 1 मई- 73,800 – 81,500 1 जून – 74,000 – 90,200 1 जुलाई- 74,000 – 88,800 1 अगस्त – 72,100 – 85,700 1
1 सितंबर – 74,250 – 87,700 29 सितंबर – 78,000 – 91,000
क्या करें उपभोक्ता?
सोना-चांदी की कीमतों में तेजी के बीच आम उपभोक्ता खासा चिंतित है। क्योंकि आगे त्योहारी और वैवाहिक सीजन भी आने वाला है। लोग जरूरत के हिसाब से इन शुभ दिनों आभूषण खरीदते हैं। सराफा एक्सपर्ट नवनीत अग्रवाल कहते हैं कि बीते करीब एक साल में सोना- चांदी ने बेहतर रिटर्न दिया है। इसलिए वर्तमान भाव पर निवेश किया जा सकता है।दिवाली पर भाव
एक्सपर्ट बताते हैं कि दुनिया के कई देशों में युद्ध की स्थिति बनी हुई है, इसलिए सोना-चांदी के भाव घटने की उम्मीद कम ही है। इस बार दिवाली पर सोना 80,000 रुपए प्रति दस ग्राम एवं चांदी 95,000 रुपए प्रति किलो तक हो सकता है। यदि सोना-चांदी के ये भाव दिवाली तक जाते हैं तो कीमती आभूषण, सिक्के, मूर्तियां, कलश, बर्तन भी महंगे हो जाएंगे।चांदी की मांग
चांदी का उपयोग औद्योगिक इकाइयों में भी किया जाता है। खासकर कंज्यूमर इलेक्ट्रानिक्स इंडस्ट्री में। इसका लगभग सभी कंप्यूटर, मोबाइल फोन, ऑटोमोबाइल और उसके उपकरणों में उपयोग होता है। पिछले साल की तुलना में इस साल चांदी की मांग में वैश्विक रूप से करीब 11 फीसदी का उछाल आया है।वैश्विक अस्थिरता का दौर, नहीं आएगी मंदी
वैश्विक स्तर पर अस्थिरता के माहौल में आगे सोना-चांदी के भावों में मंदी की संभावना नहीं है। इसलिए आम उपभोक्ता से लेकर निवेशकों को चाहिए कि वे वर्तमान भाव पर कीमती धातुओं में पैसा लगा सकते हैं। -सुशील कुमार धनवानी, अध्यक्ष सराफा महासंघ