सुख, समृद्धि, वैभव के दाता भगवान गणेश के जन्म उत्सव पर सही दिशा में श्रीजी की स्थापना जीवन में वैभव और खुशहाली ला सकती है। ज्योतिषाचार्य डॉ.सतीश सोनी ने बताया कि श्रीजी की स्थापना के दौरान दिशाओं का विशेष महत्व है। सही दिशा में भगवान गणेश की स्थापना करने से जातकों की समस्त परेशानियां दूर हो जाती हैं। सुख-समृद्धि बढ़ती है और गलत दिशा में श्रीजी स्थापना करने से जीवन में उनके नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं।
किस दिशा में कैसा असर
● पूरव दिशा में श्रीजी की स्थापना करने से जातकों को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
● उत्तर दिशा में श्रीजी की स्थापना से जातकों को लक्ष्मी माता की विशेष कृपा प्राप्त होती है। साथ ही उनके आर्थिक संकट नष्ट होते हैं।
● पश्चिम दिशा में श्रीजी की स्थापना करने से जातकों की समस्त कष्टों का नाश होता है।
● दक्षिण दिशा में श्रीजी की स्थापना नहीं करनी चाहिए। इस दिशा में श्रीजी स्थापना करने से व्यक्ति पर ऊपरी बांधाओं का प्रकोप होने लगता है।
गणेश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी 19 सितंबर सोमवार को दोपहर 12:39 बजे से प्रारंभ होगी और मंगलवार को दोपहर 1:45 बजे तक रहेगी। गणेश स्थापना का शुभ समय सुबह 11:07 बजे से दोपहर 1:34 बजे तक होगा।
15 से 20 फीसदी उठेगा बाजार
त्योहारी सीजन का श्री गणेश भी गणेश चतुर्थी पर मंगलवार से होने जा रहा है। हालांकि रक्षाबंधन के बाद जन्माष्टमी पर भी शहर के बाजार गुलजार रहे थे और इनमें 20 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई थी। अब गणेशोत्सव के 10 दिनों के लिए भी कारोबारियों ने खास तैयारियां की हैं। माना जा रहा है कि पहले दिन से ही बाजारों में खरीदार उमड़ पड़ेंगे और खरीदारी में 15 से 20 फीसदी तक के उठाव की उम्मीद है।
वहीं ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए त्योहारी सीजन में कंपनियां भी ऑफर्स के साथ छूट देंगी। गणेश उत्सव के दौरान ऑटोमोबाइल सेक्टर, प्रॉपर्टी सेक्टर और ज्वेलरी सेक्टर में अच्छी खरीदारी का दौर देखा जा सकता है। ग्वालियर व्हीकल डीलर्स ऐसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष हरिकांत समाधिया ने बताया कि गणेश उत्सव के दौरान वाहनों की बिक्री में 15 से 20 फीसदी की बिक्री बढ़ने की उम्मीद है। गणेश उत्सव के लिए लोगों ने पहले से वाहनों की बुकिंग की है।