मध्य प्रदेश सरकार की ओर से शुरु की गई इस योजना का नाम ‘5205 अखिल भारतीय सेवाओं की सिविल सेवा परीक्षा हेतु निजी संस्थाओं द्वारा कोचिंग’ है। इस योजना का क्रियानवयन जनजातीय कार्य विभाग द्वारा किया जा रहा है।
योजना का उद्देश्य
अनुसूचित जाति वर्ग से अभ्यर्थी संघ लोक सेवा आयोग की विभिन्न स्तर की परीक्षाओं में उत्तीर्ण हो सकें इसके लिए योजना शुरू की गई है। योजना के तहत सरकार द्वारा दिल्ली स्थित प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान से अभ्यर्थियों को निशुल्क कोचिंग दिला रहे हैं।
योजना के लिए पात्रता
– आवेदक मध्य प्रदेश का मूलनिवासी हो और अनुसूचित जाति में आता हो।
– माता-पिता और अभ्यार्थी की खुद की वार्षिक आय 6 लाख रूपए से ज्यादा न हो।
– ऐसे आवेदक जिन्होंने MPPSC मुख्य परीक्षा बीते तीन सालों में उत्तीर्ण की है, उन्हें योजना के तहत सीधे चयनित किया जाएगा।
– पची सीटों पर ग्रेजुएशन कर चुके आवेदकों को स्नातक के प्राप्तांक के आधार पर, मेरिट के आधार पर चयनित किया जाएगा।
– 5 फीसदी सीटें कम आय के जरूरतमंद होनहार विद्यार्थियों के लिए आरक्षित होंगी।
– अभ्यर्थियों को योजना का लाभ एक बार ही दिया जाएगा।
– MPTAASC पोर्टल में प्रोफाईल पंजीयन करना जरूरी है।
– अभ्यर्थी की उम्र UPSC द्वारा संबधित वर्ष की सिविल सेवा परीक्षा के पात्रता अनुसार ही रहेगी।
क्या होगी सुविधाएं?
– योजना के तहत संबंधित कोचिंग के बैंक खाते में सीधे अभ्यर्थी की फीस ट्रांसफर की जाएगी। (अधिकतम दो लाख रूपये)
– किताबे खरीदने के लिए अभ्यर्थी के बैंक खाते में 15 हजार रूपये ट्रांसफर किए जाएंगे। (सिर्फ एक बार)
– अभ्यारथियों को परिवहन, आवास और भोजन सुविधा के लिए हर माह 12 हजार 500 रूपए दिए जाएंगे। (18 माह तक)
– योजना के संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिए विभाग की आधीकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।