भोपाल. क्राइम ब्रांच ने हमीदिया रोड पर संचालित घड़ी दुकान से ब्रांडेड कंपनी की ढाई सौ नकली घडिय़ां बरामद की हैं। 10 हजार रुपए कीमत की घडिय़ां करीब पांच सौ रुपए में बेची जा रही थीं। पुलिस ने व्यापारी के खिलाफ कॉपी राइट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
एएसपी क्राइम ब्रांच निश्चल एन झारिया ने बताया कि नई दिल्ली निवासी विजय सांगलेकर फील्ड अफसर है। उन्होंने क्राइम ब्रांच को शिकायत की थी कि उनकी कंपनी की नकल कर बनाई गई घडिय़ां हमीदिया रोड पर संचालित गुरुनानक वॉच हाउस नामक दुकान पर बेची जा रही हैं।
क्राइम ब्रांच ने दुकान में छापामार 243 नकली घडिय़ां बरामद की हैं। पुलिस ने दुकानदार मनोज असनानी उर्फ वेद प्रकाश से पूछताछ की तो बताया कि ब्रांडेड कंपनी जैसे जीशॉक, केशियों का नाम लिखकर वह घडिय़ां बेचता है। पुलिस मनोज को गिरफ्तारी के बाद जमानत मुचलका पर छोड़ दिया है। एएसपी ने बताया कि आरोपी सस्ते दाम पर घड़ी बेचने के साथ वारंट कार्ड तक देता था।
क्राइम ब्रांच के पुलिसकर्मियों ने ढाबा संचालक से वसूले 60 हजार
क्राइम ब्रांच के पुलिसकर्मियों पर ढाबा संचालक ने अवैध शराब का मुकदमा दर्ज करने की धमकी देकर 60 हजार वसूलने का आरोप लगाया है। ढाबा संचालक ने इसकी शिकायत आईजी, डीआईजी कार्यालय में की है। खजूरी निवासी मुकेश पठारिया का तुमड़ा जोड़ में ढाबा है। उनका आरोप है कि सोमवार रात आठ बजे ढाबे में दो ग्राहक खाना खाने आए। इसी बीच पुलिस वाहन में 10 पुलिसकर्मी ढाबे में पहुंचे, ग्राहकों को भगा दिया।
मुकेश व ढाबा मैनेजर राहुल को क्राइम ब्रांच थाना एमपी नगर लेकर आए। मुकेश का आरोप है कि महेश धाकड़ नाम के पुलिसकर्मी ने कहा कि तुम्हारे खिलाफ छह पेटी अवैध शराब का केस बना रहे हैं। केस से बचने के लिए डेढ़ लाख की रिश्वत की मांग की। मुकेश ने असमर्थता जताई तो महेश ने 75 हजार की मांगें। उसने कहा कि 60 हजार की व्यवस्था हो सकी है। इस पर महेश राजी हो गया।
एटीएम से निकाली रकम
मुकेश का कहना कि पुलिस को रिश्वत देने के लिए उसके रिश्तेदारों ने क्राइम ब्रांच थाने के आस-पास के एटीएम से 48 हजार निकाले हैं। इसके सबूत वह पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को देगा।
आरोप- किसी को फोन भी लगाने नहीं दिया
मुकेश ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने किसी को फोन नहीं लगाने दिया। वह रात में ही इसकी शिकायत पुलिस के वरिष्ष्ठ अधिकारियों से करने की कोशिश कर रहा था। लेकिन उसका फोन छीन लिया था। सिर्फ परिवार के लोगों से बात करने को फोन दिया।
अभी मेरे पास इस तरह की शिकायत नहीं आई है। यदि शिकायतकर्ता आएगा तो पुलिसकर्मियों की पहचान करा आगे की कार्रवाई की जाएगी।
– निश्चल झारिया, एएसपी क्राइम ब्रांच