निशातपुरा थाना क्षेत्र में रहने वाले आकाश मालवीय मार्केटिंग का काम करते हैं। उनके चार साल के बेटे का रविवार को जन्मदिन था। परिवार तैयारी में जुटा था। सुबह बेटे ने पिता और मां ऋतु से पुलिस की वर्दी पहनकर सिंघम (पुलिस अफसर) के साथ जन्मदिन मनाने की जिद की। जिद पूरी करने के लिए माता-पिता ने पुलिस की वर्दी और केक खरीदा। इसके बाद घर लेकर जाने लगे लेकिन, वह पुलिस वालों के साथ ही जन्मदिन मनाने पर अड़ गया। आकाश और ऋतु ने उसे समझाइश दी, लेकिन वह नहीं माना।
पुलिस वालों ने मंगवाया केक
माता-पिता बच्चे को लेकर निशातपुरा थाने पहुंचे। पुलिसकर्मियों को बच्चे की जिद बताई। स्टाफ ने तुरंत बच्चे को पास बुलाया। केक, फूल-माला मंगवाई। थाने में सभी पुलिसकर्मियों ने जन्मदिन मनाकर बच्चे को खुश कर दिया।
माता-पिता बच्चे को लेकर निशातपुरा थाने पहुंचे। पुलिसकर्मियों को बच्चे की जिद बताई। स्टाफ ने तुरंत बच्चे को पास बुलाया। केक, फूल-माला मंगवाई। थाने में सभी पुलिसकर्मियों ने जन्मदिन मनाकर बच्चे को खुश कर दिया।
क्या कहता है विज्ञान
इंदौर के क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. मयंक चतुर्वेदी कहते हैं, मोबाइल-टीवी में वीडियो देखकर बच्चे नई-नई चीजें सीख रहे हैं। ऐसे वीडियो उनके दिल-दिमाग पर असर डालते हैं। यही वजह है कि बच्चे एक बार जो देख लेते हैं, वह लंबे समय तक नहीं भूलते। इस मामले में कुछ ऐसा ही रहा होगा, क्योंकि चार साल के बच्चे को पुलिस वालों के साथ जन्मदिन मनाने की बात यूं ही नहीं सूझ सकती।
इंदौर के क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. मयंक चतुर्वेदी कहते हैं, मोबाइल-टीवी में वीडियो देखकर बच्चे नई-नई चीजें सीख रहे हैं। ऐसे वीडियो उनके दिल-दिमाग पर असर डालते हैं। यही वजह है कि बच्चे एक बार जो देख लेते हैं, वह लंबे समय तक नहीं भूलते। इस मामले में कुछ ऐसा ही रहा होगा, क्योंकि चार साल के बच्चे को पुलिस वालों के साथ जन्मदिन मनाने की बात यूं ही नहीं सूझ सकती।