भोपाल

एक नाम के चार-चार जॉब कार्ड

गांव के सरपंच-सचिव से लेकर जनपद के कर्मचारियों की मिलीभगत की भी आशंका है। अधिकारी ये भी जांच कर रहे हैं कि अभी तक किन अधिकारियों की संरक्षण में इनका भुगतान किया जा रहा था। मजदूरी कार्ड के वेरिफिकेशन के लिए जिला पंचायत में बैठकें पर बैठकें आयोजित हो रहीं हैं।

भोपालJun 05, 2023 / 12:52 pm

brajesh tiwari

एक नाम के चार-चार जॉब कार्ड

सागर. जिले में जॉब कार्ड सत्यापन कार्य में चौकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। कुल 2 लाख 82 हजार मजदूरों में से 71 प्रतिशत मजदूरों का सत्यापन हो चुका है। इसमें कुछ ग्राम पंचायतों में एक नाम से 4-4 जॉब कार्ड और कुछ जगहों पर परिवार के सभी सदस्यों के कार्ड जैसी जानकारी सामने आने पर जिला पंचायत के अधिकारी गंभीरता से मजदूरों की जांच करा रहे हैं ताकि फर्जी मजदूरों को छांटकर सूची से निकाला जा सके। फर्जी जॉब कार्ड का यह खेल आधार नंबर न देने और गलत नंबर डालने से चल रहा है। इसमें गांव के सरपंच-सचिव से लेकर जनपद के कर्मचारियों की मिलीभगत की भी आशंका है। अधिकारी ये भी जांच कर रहे हैं कि अभी तक किन अधिकारियों की संरक्षण में इनका भुगतान किया जा रहा था। मजदूरी कार्ड के वेरिफिकेशन के लिए जिला पंचायत में बैठकें पर बैठकें आयोजित हो रहीं हैं। हर दिन अलग-अलग जनपदों के रोजगार सहायकों का प्रशिक्षण हो रहा है। सभी जनपदों में 282368 कुल मजदूर कार्ड में से अब तक 71 प्रतिशत सत्यापन का कार्य पूरा हो चुका है। जिसमें से 199695 मजदूरों का प्रमाणीकरण कर मनरेगा में मजदूरी भुगतान के लिए हरी झंडी दिखा दी गई है। 15591 लोगों ने आधार कार्ड नंबर नहीं दिया है, वहीं 50 हजार से अधिक लोगों ने गलत आधार नंबर डाला है, जिनका सत्यापन किया जा रहा है।

सबसे ज्यादा सागर जनपद में संदिग्ध कार्ड
सागर जनपद में करीब 13 हजार संदिग्ध जॉब कार्ड मिले हैं। जनपद के कर्रापुर गांव में एक नाम से चार-चार जॉब कार्ड प्रदर्शित हो रहे हैं, सभी जॉब कार्ड में एक युवक की आयु 32-33 है लेकिन आधार नंबर गलत है। इसी तरह दूसरे गांव में परिवार के 3 भाईयों और उसके पिता के जॉब कार्ड हैं, जबकि नियमानुसार परिवार के मुखिया का जॉब कार्ड होता है, जिसे 100 दिन की मजदूरी मिलती है और भुगतान ऑनलाइन किया जाता है। वहीं मालथौन में करीब 6, खुरई 6, केसली में 9, बीना में 6, देवरी 9, बंडा 8, रहली 9, जैसीनगर 7, शाहगढ़ में 3 और राहतगढ़ जनपद में करीब 7 हजार संदिग्ध मजदूरी कार्ड हैं। इनकी जांच के लिए रोजगार सहायकों को 3 दिन का समय दिया
गया है।

जिले के कुल जॉब कार्ड में से 71 प्रतिशत का वेरिफिकेशन पूरा हो गया है। कुछ गांव में एक नाम पर तीन से चार जॉब कार्ड, कुछ परिवारों में सभी सदस्यों के जॉब कार्ड दिख रहे हैं। ये सब गलत आधार नंबर डालने से हो रहा है। कुछ ने तो आधार नंबर ही नहीं डाले हैं। सभी गांव के रोजगार सहायकों को वेरिफिकेशन के लिए 3 दिन का समय दिया गया है।
-आशीष वर्मा, ऑफिसर जिला पंचायत सागर

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