विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि 2 दिसम्बर को पूर्व विधायकों का एक सम्मेलन सचिवालय द्वारा बुलाया जा रहा है, इस पर विभिन्न मांगों पर विचार होगा। कार्यक्रम के दौरान नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व विधायक मंडल के अध्यक्ष जसवंत सिंह एवं पूर्व विधायकगण, विधानसभा सचिवालय के प्रमुख सचिव एपी सिंह भी उपस्थित थे।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व विधायक मंडल का गठन 1993 में हुआ था, और तभी पूर्व विधायकों की समस्याओं एवं मांगों की चर्चा इस मंच पर होती रही है। आज की राजनीति में वैमनस्यंता है, इसे सबसे पहले दूर करने की जरूरत है। राजनीति में मतभेद तो स्वाभाविक हैं, किंतु मनभेद की कतई आवश्यसकता नहीं है। विचारों, विचारधारा, नीतियों, कार्यक्रमों एवं उनके क्रियान्वयन की प्रक्रिया में दो दलों के बीच मतभेद हो सकता है। लेकिन राजनीतिक दलों के और नेताओं के बीच मनभेद का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।
कार्यक्रम में मध्यप्रदेश की प्रथम विधानसभा के लिए निर्वाचित सदस्य वयोवृद्ध नेता लक्ष्मीनारायण गुप्ता भी उपस्थित थे। विधानसभा अध्यक्ष ने गुप्ता का अभिनंदन कर उनके दीर्घायु एवं स्वस्थ जीवन की कामना की। यह सुविधाएं भी मांगी पूर्व विधायकों ने
पूर्व विधायकों को प्रोटोकॉल सुविधा, हवाई यात्रा, रेल में प्रथम श्रेणी यात्रा, एमपी भवन दिल्ली में 13 दिन सुविधा में इजाफा, राष्ट्रीय राजमार्ग पर फास्ट टैग की नि:शुल्क सुविधा इत्यादि।
पूर्व विधायकों को प्रोटोकॉल सुविधा, हवाई यात्रा, रेल में प्रथम श्रेणी यात्रा, एमपी भवन दिल्ली में 13 दिन सुविधा में इजाफा, राष्ट्रीय राजमार्ग पर फास्ट टैग की नि:शुल्क सुविधा इत्यादि।