लाड़ली बहना योजना में राज्य सरकार ने हर माह एक हजार रुपए देने का वादा किया है लेकिन पहली बार खातों में केवल 1 रुपए ही डाले जाएंगे। पात्र महिलाओं के खातों में सरकार एक रुपया ही डालेगी। बताया जा रहा है कि ये सुनिश्चित करने के लिए यह कवायद की जा रही है कि सभी महिलाओं के खाते सही हैं। डीबीटी के तहत यह प्रक्रिया की जाती है। यानि लाड़ली बहनों के बैंक खातों में डीबीटी की जांच के लिए यह कवायद होगी।
दरअसल ऑनलाइन पेमेंट भेजने के पहले प्राय: खातों में एक रुपए जमा कर बैंक खाता या पंजीकृत मोबाइल नंबर की जांच की जाती है। लाड़ली बहना योजना में भी डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर यानि डीबीटी के नियमों के तहत यह प्रक्रिया अपनाई जाएगी। बहनों के खातों में पहली बार एक रुपया भेजकर तस्दीक की जाएगी और इसके बाद 10 जून को योजना की असली रकम यानि 1000 रुपए जमा कराए जाएंगे। इस तरह योजना के पहले माह में महिलाओं को सरकार 1001 रुपए देगी।
योजना से संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार इस प्रकार एक रुपए डालने से बहनों के खाते की डीबीटी की जांच हो जाएगी। कोई परेशानी सामने आई तो उसमें सुधार किया जाएगा। लाड़ली बहना योजना एक नजर में
30 अप्रैल तक 1.25 करोड़ से अधिक आवेदन।
15 मई तक 2.03 लाख आपत्तियां आई।
प्रदेश में कुल आवेदनों की मात्र 1.6 % आपत्तियां आईं।
आपत्तियों पर सुनवाई 30 मई तक।
एक जून से 7 जून तक सभी बहनों को प्रमाण-पत्र दिए जाएंगे।
खाते में 1000 रुपए का वितरण 10 जून को।
30 अप्रैल तक 1.25 करोड़ से अधिक आवेदन।
15 मई तक 2.03 लाख आपत्तियां आई।
प्रदेश में कुल आवेदनों की मात्र 1.6 % आपत्तियां आईं।
आपत्तियों पर सुनवाई 30 मई तक।
एक जून से 7 जून तक सभी बहनों को प्रमाण-पत्र दिए जाएंगे।
खाते में 1000 रुपए का वितरण 10 जून को।