जबलपुर से लगातार बरगी डैम का पानी छोड़ा जा रहा है। सोमवार को भी 11 गेट खुले होने से नर्मदा का जल स्तर लगातार ज्यादा बना हुआ है। निचले इलाकों में नर्मदा का बैकवाटर घुसने लगा है। यदि जबलपुर के बरगी डैम से पानी लगातार जारी रहा और तवा डैम और रायसेन जिले के बारना डैम का पानी छोड़ दिया जाएगा तो स्थिति खतरनाक हो सकती है। इसलिए प्रशासन हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
कैचमेंट में पानी कम हुआ
इधर, नर्मदा नदी के कैचमेंट एरिया जबलपुर, मंडला, डिंडौरी, सिवनी में बारिश कम होने के बाद बरगी डैम के गेट कम कर दिए गए हैं। हालांकि सोमवार को बरगी से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है।
नर्मदा तटों पर चढ़ा पानी
बरगी डैम से वृहद स्तर पर जल निकासी के कारण नर्मदा तट ग्वारीघाट, तिलवाराघाट, लम्हेटाघाट, भेड़ाघाट लबालब हैं। धुआंधार बाढ़ में खो गया है। मार्बल पार्क भी नजर नहीं आ रहा है। मार्बल पार्क से होकर सरस्वतीघाट की ओर से जलधार प्रवाहित होने के कारण भेड़ाघाट टापू बना नजर आ रहा है।
22 घंटे बंद रहा झांसीघाट पुल
बरगी डैम से वृहद स्तर पर पानी छोड़े जाने के कारण नर्मदा पर झांसीघाट पुल डूब गया था। 22 घंटे पुल बंद था। इसके कारण शु₹वार देर तक जबलपुर-नरसिंहपुर का संपर्क टूटा रहा। देर शाम जल स्तर कम होने के बाद पुल से आवाजाही शुरू हो गई।
नर्मदापुरम में बैक वाटर घुसा
बरगी डैम के लगातार पानी छोड़े जाने से नर्मदा का जल स्तर बढ़ा हुआ है। इधर, नर्मदा का बैकवॉटर डोंगरवाड़ा गांव तक आ चुका था। इससे रास्ता बंद हो गया। ग्रामीण फेफरताल मार्ग से आवागमन कर रहे थे। नर्मदापुरम के नर्मदा-तवा नदी के किनारे के गांव बांद्राभान, रायपुर, डोंगरवाड़ा, हासलपुर, रंढाल, बरंडुआ, तालनगरी, खोकसर, खरखेड़ी, कजलास, नानपा, पाहनबर्री, जासलपुर, निमसाडिय़ा, दिवलाखेड़ी, पांजराकला, मेहराघाट, रोझड़ा, बम्हनगांव में बाढ़ के हालात बनने लगे हैं। पूरे क्षेत्र में प्रशासन पहले से अलर्ट है। फिलहाल सेठानीघाट पर नर्मदा का जल स्तर 957.80 फीट के करीब है। यह अलार्म स्तर से 9 फीट दूर है। जबकि तवा डैम का जल स्तर 1160.30 फीट पर चल रहा था।