जानकारी के अनुसार मणि जमुनिया पंचायत के पिपरिया गांव में कुएं में जलस्तर बढ़ता देख किसान खिलान लोधी (65) अपने पुत्र नेतराम (25) और सिमरिया में रहने वाले सुनील पटेल (25) के साथ खेत में स्थित कुएं में लगे सिंचाई पंप को निकालने गए थे। पहले खिलान सिंह कुएं में उतरे और करीब 40 फीट नीचे सीढ़ी पर रखे सिंचाई पम्प को खोलते- खोलते बेसुध हो गए। जब खिलान सिंह के शरीर में हरकत नहीं हुई तो पुत्र नेतराम ने आवाज लगाई लेकिन कोई जवाब नहीं मिला तो वो नीचे उतरा और कुछ मिनट बाद वह भी बेसुध हो गया। दोनों को बचाने जब सुनील पहुंचा तो उसका भी दम घुट गया। कुएं में उतरने से पहले सुनील ने मदद के लिए पुकार लगाई थी इस वजह से लोग कुएं तक पहुंच गए। खिलान सिंह और उनके पुत्र के अलावा सुनील को बेसुध पड़ा देख कुछ युवकों ने कुएं में उतरने का प्रयास किया तो वहां खड़ा लोगों ने रोक दिया और खबर पुलिस को दी।
देवरी एसडीओपी पूजा शर्मा, गौरझामर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को कुएं से दूर किया। कुएं में उतरे तीन लोगों के साथ हुई अनहोनी का अंदाजा लगाने कुएं में उतरने एसडीआरएफ को बुलाया गया। बचाव दल भी कुछ घंटे बाद वहां पहुंचा और किसी तरह 60 फीट गहरे कुएं में 40 फीट की गहराई में सिंचाई पम्प के पास मृत तीनों शव एक – एक कर बाहर निकाले। नीचे उतरे बचाव दल के अनुसार जिस गहराई पर तीनों शव मिले हैं वहा ऑक्सीजन शून्य लेवल पर थी इस वजह से सांस न ले पाने से खिलान उसके पुत्र और पम्प निकालने पहुंचे सुनील की मौत का अनुमान है। मौके पर पहुंची एसडीओपी पूजा शर्मा के अनुसार इनदिनों जमीन से विषैली गैस का रिसाव होता हैं, जिस तरह तीन मौत हुई हैं उससे इसी को अधिक अंदेशा है।
देवरी एसडीओपी पूजा शर्मा, गौरझामर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को कुएं से दूर किया। कुएं में उतरे तीन लोगों के साथ हुई अनहोनी का अंदाजा लगाने कुएं में उतरने एसडीआरएफ को बुलाया गया। बचाव दल भी कुछ घंटे बाद वहां पहुंचा और किसी तरह 60 फीट गहरे कुएं में 40 फीट की गहराई में सिंचाई पम्प के पास मृत तीनों शव एक – एक कर बाहर निकाले। नीचे उतरे बचाव दल के अनुसार जिस गहराई पर तीनों शव मिले हैं वहा ऑक्सीजन शून्य लेवल पर थी इस वजह से सांस न ले पाने से खिलान उसके पुत्र और पम्प निकालने पहुंचे सुनील की मौत का अनुमान है। मौके पर पहुंची एसडीओपी पूजा शर्मा के अनुसार इनदिनों जमीन से विषैली गैस का रिसाव होता हैं, जिस तरह तीन मौत हुई हैं उससे इसी को अधिक अंदेशा है।
घंटों की मशक्कत के बाद निकाले जा सके शव :
हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस को कुएं में 40 फीट गहराई में बेसुध पड़े ग्रामीणों तक पहुंचने में कई घंटे लग गए। जहां खिलान, नेतराम और सुनील नजर आ रहे थे वहां जहरीले गैस का रिसाव होने का अंदेशा था। इसे देखते हुए एसडीआरएफ को बुलाकर मास्कमैनों को उतारा गया और वे ही तीनों को रस्सों से बांधकर बाहर लाए। पुलिस को तीनों की मौत दम घुटने से होने का अंदेशा है, हालांकि अधिकारी पुष्टि के लिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस को कुएं में 40 फीट गहराई में बेसुध पड़े ग्रामीणों तक पहुंचने में कई घंटे लग गए। जहां खिलान, नेतराम और सुनील नजर आ रहे थे वहां जहरीले गैस का रिसाव होने का अंदेशा था। इसे देखते हुए एसडीआरएफ को बुलाकर मास्कमैनों को उतारा गया और वे ही तीनों को रस्सों से बांधकर बाहर लाए। पुलिस को तीनों की मौत दम घुटने से होने का अंदेशा है, हालांकि अधिकारी पुष्टि के लिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।