300 साल पुराने डिजाइन को दिया नया लुक
फैशन डिजाइनर मुमताज खान ने बताया कि मैं शो के लिए एक माह से तैयारी कर रहा था। शो के लिए मैंने बाघ प्रिंट पर जरी-जरदोजी वर्क के साथ एम्ब्रॉयडरी कर साड़ी तैयार कीं। करीब तीन सौ साल पुरानी डिजाइन्स को यंगस्टर्स की पसंद के हिसाब से तैयार किया गया। इसे हैवी ज्वेलरी के साथ कैरी करने पर रॉयल लुक मिलता है। मॉडल ने लंबे ए-लाइन गाउन, जैकेट, शेरवानी, कफ्तान के साथ स्कर्ट और सूती कपड़े पर महीन जरदोजी कढ़ाई वाला लहंगा भी कैरी किया। मेन्सवियर में कोट और शेरवानी का खास कलेक्शन भी पेश किया गया। शो स्टॉपर एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी दाहिया रहीं, जिन्होंने जरदोजी वर्क के साथ गोल्ड-ऑरेंज टिश्यू का ब्राइडल लहंगा पहना था।
महेश्वरी साड़ी पर नानदना वर्क, प्रदेश में इसके कम ही कारीगर बचे हैं
फैशन डिजाइन साधना व्यास ने बताया कि नीमच का नानदना डिजाइन करीब 200 साल पुराना डिजाइन है। मैंने महेश्वरी साड़ी पर नानदना वर्क किया है। इसमें फूल, बैलबूटी, मिर्ची बूटी, छोटी मिर्ची, डोलामारू और चंपा बूटा जैसे डिजाइन्स दिए हैं। नानदना वर्क की एक साड़ी को बनाने में करीब 15 से 20 दिन का समय लगता है। ये कला लुप्त होने की कगार पर है। अब इसके कारीगर भी प्रदेश में बहुत कम बचे हैं। पारंपरिक तौर पर महेश्वरी डिजाइन्स में गहरे रंग और बड़े बॉर्डर की साडिय़ां देखने को मिलती हैं, मैंने हल्के रंगों के साथ छोटी बॉर्डर की साड़ियां तैयार कीं। इन पर महेश्वर के किले के आर्किटेक्ट के डिजाइन को उकेरा है।
सांची के स्तूप से लेकर खजुराहो तक के डिजाइन्स
फैशन डिजाइनर फरहत मलिक ने ट्रेडिशनल ड्रैसेज को वेस्टर्न कॉम्बिनेशन के साथ तैयार किया। मिस यूनिवर्स-2020 एडलीन केस्तालीनो ने रैम्प पर उनके डिजाइन को प्रेजेंट किया। फैशन शो में सांची के स्तूप और खजुराहो के मंदिरों पर डिजाइन की गई साड़ी को भी शोकेस किया गया।