मंत्री पटेल ने कहा कि अब किसानों को अपनी दलहन की फसलों को मण्डी में बेचने के लिये गेहूं उपार्जन का कार्य खत्म होने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि अब-तक गेहूँ उपार्जन के पश्चात ही चना, मसूर एवं सरसों का उपार्जन कार्य सरकार द्वारा प्रारंभ किया जाता था। इससे किसानों को इंतजार करना पड़ता था। पटेल ने बताया कि अब एक साथ रजिस्टेशन से किसानों को लाभ मिलेगा और किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी दलहन की फसलों का दाम सही समय पर मिल सकेगा।
मंत्री कमल पटेल ने कहा- इसके लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ बैठक कर चना खरीदी पहले कराने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा पहले खरीदी होने से चना का मंडी में भी किसानों को अच्छा भाव मिलेगा। समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद शुरू होने के बाद मई-जून में चना की खरीदी शुरू होती थी। इससे किसानों को अपना चना मंडी में कम दाम पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।