भोपाल. एक्स्ट्रा कमाई का लालच लोगों को ठगी का शिकार बना रहा है। फर्जी लोन एप फोन हैकिंग से लोगों को फंसाकर ठगी कर रहे हैं। भोपाल के भूपेंद्र विश्वकर्मा के आत्महत्या कांड के बाद इनकी करतूतें उजागर हो गई हैं। लॉकडाउन के बाद से सोशल मीडिया पर घर बैठे हजारों रुपए कमाने के ऑफर दिया जा रहा है। इस जाल में फंसते ही फर्जी एंड्राइड एप्लीकेशन डाउनलोड करवाकर साइबर धोखाधड़ी की जा रही है। साइबर क्राइम पुलिस ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
साइबर क्राइम डीसीपी श्रुतकीर्ती सोमवंशी बताती हैं कि साइबर क्राइम के जाल में फंसने के बाद घबराकर आत्मघाती कदम उठाने की बजाए पुलिस की सहायता मांगे। राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 एवं लोकल मोबाइल नंबर 9479990636 पर संपर्क करें। बेहतर यही होगा सस्ते कर्ज या घर बैठे कमाई की लालच में कोई एप डाउनलोड न करें।
स्पेशलिस्ट बताते हैं कि शुरुआत में साइबर जालसाज बैंक खाते में कुछ रुपए डालते हैं। इसके बाद इन्वेस्टमेंट एवं इंस्टेंट लोन के नाम पर फंसाकर बैंक खाता खाली कर देते हैं। यूट्यूब, फेसबुक, एसएमएस के जरिए इंस्टेंट लोन के मैसेज मिलते हैं। होटल, मॉल, सिनेमा विंडो पर दिए गए मोबाइल नंबर का डेटा कॉल सेंटर के जरिए साइबर फ्रॉड खरीदते हैं। 100 में से 20 लोग इन एसएमएस को अटेंड कर फंस जाते हैं।
ग्राहक से तीन महीने का बैंक स्टेटमेंट, आधार कार्ड या पैन कार्ड की कॉपी लेकर लोन दे दिया जाता है। कई बार ऐसे कागजात न रहने पर भी लोन दे दिया जाता है। 30 से 35 फीसदी का सालाना ब्याज लेते ही हैं। तय दिनांक पर लोन रिफंड नहीं होने पर प्रति दिन 3,000 रुपए तक की पेनाल्टी लगा देते हैं।
कैसे बचें किसी भी हाल में सस्ते कर्ज या घर बैठे कमाई की लालच में न आएं। कोई भी एप डाउनलोड करने के पहले उसके बारे में पूरी जानकारी जुटा लें। तकनीकी और कानूनी जानकारी के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर काल करें। भोपालवासी लोकल मोबाइल नंबर 9479990636 पर भी संपर्क कर सकते हैं।