अयोध्या नगर थाना पुलिस ने आरोपी पिता-पुत्र के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक अयोध्या नगर निवासी स्वप्निल कुमार प्राइवेट कंपनी में जॉब करते हैं। वर्ष 2016 में उनकी मां की मुलाकात भेल से वर्ष 2001 में रिटायर हुए रमेश रिछारिया और उनके बेटे संदीप से हुई थी। आरोपी पिता-पुत्र ने भरोसा दिया कि वे उनके बेटे स्वप्निल की नौकरी लगवा देंगे। यह बात मां ने बेटे स्वप्निल को बताई तो वह तैयार हो गया। इसके बाद आरोपी पिता-पुत्र ने एनएचडीसी व मप्र शासन के उपक्रम एनएचडीसी में क्रय मैनेजर के पद पर नियुक्ति दिलवाने के एवज में दस लाख रुपए की मांग की। एक मई 2016 को स्वप्निल ने जमा पूंजी में से दस लाख रुपए आरोपियों को दिए थे।
आरोपी पिता-पुत्र ने थमाया पीएमओ का फर्जी पत्र
दस लाख रुपए लेने के बाद आरोपी पिता-पुत्र रमेश और संदीप रिछारिया ने स्वप्निल को पीएमओ का फर्जी पत्र थमा दिया। इसमें उसकी नियुक्ति एनएचडीसी में क्रय मैनेजर के पद पर बताई गई। बाद में पता चला कि पीएमओ के नाम पर आरोपियों ने फर्जी पत्र बनाकर ठगी की है। स्वप्निल ने आरोपियों से रुपए वापस मांगे तो उन्होंने इनकार कर दिया। इसके बाद स्वप्निल ने पुलिस को शिकायती आवेदन दिया था। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।