हम बात कर रहे हैं एमपी के जनजातीय विशिष्ट आवासीय विद्यालयों की जहां चुने हुए बच्चों को ये सुविधा दी जाती है। जरूरतमंद बच्चों को इन बड़े स्कूलों में पूरी पढ़ाई मुफ्त कराई जाती है। उनके रहने खाने का खर्च भी सरकार उठाती है। यहां 6वीं क्लास से प्रवेश दिया जाता है।
इन स्कूलों में प्रवेश के लिए खासी मारामारी मचती है। इसके लिए कठिन परीक्षा पास करनी होती है। आवासीय स्कूलों में एडमिशन के लिए इस बार फरवरी में परीक्षा होगी। इन स्कूलों में करीब 8 हजार सीटों के लिए लाखों बच्चे परीक्षा देते हैं।
भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय के तत्वाधान में इन स्कूलों का संचालन किया जाता है। इसके अंतर्गत एमपी में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों के साथ ही कन्या शिक्षा परिसर तथा आदर्श आवासीय स्कूलों में प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है।
राज्य के जनजातीय कार्य विभाग द्वारा इन स्कूलों को संचालित किया जाता है। विशिष्ट आवासीय विद्यालयों में कक्षा 6वीं में प्रवेश का अवसर है। इस क्लास में प्रदेशभर में 8447 सीटें खाली हैं जिनके लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी। प्रवेश के लिए 11 फरवरी को परीक्षा ली जाएगी।
एमपी के जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित विशिष्ट आवासीय स्कूलों में 6वीं में कुल 8447 सीटे हैं। इनमें प्रवेश के लिए परीक्षा 11 फरवरी 2024 को सुबह 10 बजे से शुरु होगी। मेरिट सूची में चयनित होने पर स्टूडेंट प्रवेश के लिये पात्र होंगे।
एक नजर में
प्रदेश में 63 एकलव्य आदर्श आवासीय स्कूल
इन स्कूलों में 6वीं में 3615 सीटें
बालकों के लिए 1795 सीटें
बालिकाओं के लिए 1820 सीटें
प्रदेश में 81 कन्या शिक्षा परिसर
यहां बालिकाओं के लिए कुल 4552 सीटें
प्रदेश में 8 आदर्श आवासीय स्कूल
इन स्कूलों में कुल 280 सीटें