हरदा नगर पालिका में कार्यरत कर्मचारियों का आधा वेतन काटा जा रहा है। चुंगी की राशि और वसूली कम होने की बात कहकर सीएमओ कमलेश पाटीदार ने आधी सैलरी ही दी है। दिवाली पर वेतन कटौती से परेशान कर्मचारियों ने कलेक्टर आदित्य सिंह से मुलाकात की। कर्मचारियों ने सीएमओ की हठधर्मिता की शिकायत की।
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नगरपालिका के कर्मचारियों ने कलेक्टर से कहा कि जहां प्रदेश के सीएम ने दिवाली से पहले कर्मचारियों को दो माह की पगार देने को कहा है वहीं हरदा के सीएमओ ने उनके मूल वेतन से आधी राशि काट कर भुगतान किया है। कर्मचारी नितिन झाडे, संतोष राजपूत आदि ने बताया कि सीएमओ कह रहे हैं कि टैक्स वसूली नहीं होगी तो वेतन नहीं दूंगा। वसूली के आधार पर ही वेतन का प्रतिशत तय होगा।
नगरपालिका के कर्मचारियों ने कलेक्टर से कहा कि जहां प्रदेश के सीएम ने दिवाली से पहले कर्मचारियों को दो माह की पगार देने को कहा है वहीं हरदा के सीएमओ ने उनके मूल वेतन से आधी राशि काट कर भुगतान किया है। कर्मचारी नितिन झाडे, संतोष राजपूत आदि ने बताया कि सीएमओ कह रहे हैं कि टैक्स वसूली नहीं होगी तो वेतन नहीं दूंगा। वसूली के आधार पर ही वेतन का प्रतिशत तय होगा।
नगरपालिका में कई कर्मचारी महज 12 हजार रुपए मासिक वेतन पर काम कर रहे हैं। ऐसे में सैलरी में कटौती से दिवाली मनाना नामुमकिन सा है। इधर कांग्रेसी पार्षदों ने भी कर्मचारियों को पूरी पगार देने के लिए सीएमओ को ज्ञापन दिया।
यह भी पढ़ें : एमपी सरकार ने 4 प्रतिशत डीए बढ़ाया लेकिन एरियर पर वित्त विभाग का अड़ंगा, कर्मचारियों के लिए बड़ा अपडेट बताया जा रहा है कि हरदा नगर पालिका में करीब 1.25 करोड़ रुपए वेतन मद में खर्च होते हैं जबकि चुंगी की राशि महज 80 लाख रुपए ही मिली है। कर्मचारियों का कहना है कि श्राद्ध पक्ष होने से पिछले माह कर वसूली कम हुई।