भोपाल। जवानी में साथ जीने-मरने की कसमें खाईं, जिंदगी भर हर मोड़ पर एक-दूसरे का साथ दिया, उम्र के अंतिम पड़ाव में भी वे एक-दूसरे से जुदा नहीं रह पाए। दोनों ही बुजुर्ग दंपती ने एक साथ इस दुनिया से विदा ले ली।
कोलार के सर्वधर्म में एस देवराजन (84) और शिवगामी राजन (80) अपने नाती-पोते के साथ हंसी खुशी रहते थे। उनके पांच बेटे और उनका पूरा परिवार भी साथ ही रहता था। यह बुजुर्ग दंपती कोलार सर्वधर्म बी सेक्टर 372 में रहते थे।
शुक्रवार को शिवगामी की तबियत अचानक खराब हो गई। उन्हें शाहपुरा क्षेत्र के बंसल अस्पताल में भर्ती कराया गया। पूरा परिवार दुखी था। अपनी पत्नी शिवगामी के हालचाल लेने के लिए 84 साल के देवराजन भी शुक्रवार सुबह बंसल अस्पताल पहुंचे थे। पत्नी का हाल जानने के बाद देवराज के सीने में तेज दर्ज हुआ और वे बेहोश होने लगे। परिजन उन्हें लेकर नर्मदा अस्पताल पहुंचे। वे ICU में भर्ती थे।
परिवार के आधे लोग बंसल अस्पताल में जमा थे, आधे लोग नर्मदा अस्पताल में। जहां इलाज के दौरान शुक्रवार को दोपहर 1 बजे अंतिम सांस ली। अय्यर परिवार के सभी लोग मायूस हो गए। लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया।
शायद पत्नी को हो गया था आभास
इधर देवराजन के निधन का समाचार बंसल अस्पताल पहुंचा, तो वहां भी दुख की लहर फैल गई। एक घंटे बाद दो बजे उनकी पत्नी शिवगामी ने भी अंतिम सांस ले ली। परिजनों का मानना है कि प्रेम में कितनी शक्ति है कि मानो उन्हें सब कुछ आभास हो गया हो। दोनों ही साथ-साथ रहे, साथ नौकरी की और अब विदा भी हुए तो साथ-साथ।
54 साल साथ रहे, साथ हुए विदा
अय्यर परिवार ने बताया कि दोनों का विवाह 1963 में हुआ था। दोनों उद्योग विभाग में नौकरी करते थे और एक साथ 1992 में रिटायर हुए थे। वे 54 साल से हंसी-खुशी अपने परिवार के साथ रह रहे थे। इस बीच, एक-एक करके अय्यर परिवार का कुनबा बढ़ता गया और सभी लोग हंसी-खुशी रहते थे। उनके पुत्र सुभाष ने बताया कि माता पिता का नहीं रहना यह कमी कभी पूरी नहीं हो सकते, उस पर भी दोनों का साथ चले जाना बहुत बड़ा नुकसान है।
साथ-साथ उठेगी अर्थी
अय्यर दंपती के निधन का समाचार मिलते ही उनके घर समाज और परिवार के लोगों का आना शुरू हो गया। उनके परिवार के लोगों ने बताया कि दोनों का अंतिम संस्कार एक साथ शनिवार सुबह 9 बजे कोलार विश्राम घाट पर किया जाएगा।
व्यापार मंडल ने दी श्रद्धाजंलि
बुजुर्ग दंपती के एक साथ निधन के बाद कोलार व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजीव मिश्रा, सुनील सिंह, पार्षद रविद्र यती आदि ने श्रृद्धाजंलि देते हुए परिजनों को इस दुख को सहने की हिम्मत देने की ईश्वर से प्रार्थना की है।