भोपाल में बिजली कंपनी के करीब 355 फीडर हैं। इनमें से 75 फीडर्स पर लाइन लॉस अब भी 40 फीसदी है, जबकि 2009 से लाइन लॉस कम करने का काम चल रहा है। अब इन्हीं फीडर से जुड़े क्षेत्रों में इंसुलेशन लाइन से बिजली आपूर्ति होगी, ताकि कम से कम चोरी व फॉल्ट से परेशानी न हो।
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मई के महीने में गर्मी तेज होने के साथ बिजली की खपत 30 फीसदी तक बढ़ी है। सामान्य दिनों में 280 मेगवाट के आसपास रहने वाली खपत इस समय 325 मेगावाट से अधिक हो रही है। यूनिट की बात करें तो बिजली की रोजाना की खपत 75 लाख यूनिट से बढकऱ 95 लाख यूनिट से हो रही है।
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भोपाल मध्य क्षेत्र के एमडी रघुराज एमआर का कहना है कि, बिजली अधोसंरचना बेहतर करने के लिए कंपनी काम कर रही है। भोपाल में काफी काम है। इसमें लाइन सुधारना और नई लाइन का प्रमुख काम है। इससे बेहतर आपूर्ति की स्थिति बनेगी।