कंपनी चलाएगी अभियान
भोपाल में अभी स्मार्ट मीटर की स्थापना शुरू की जा रही है। प्रायोगिकतौर पर कुछ मीटर लगाए हैं, जल्द ही बड़े स्तर पर अभियान चलेगा। दस किलोवॉट से कम भार वाले उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर से ही रीडिंग बिल्डिंग की प्रक्रिया होगी। धीरे-धीरे ज्यादा खपत वाले उपभोक्ताओं के यहां भी इन्हें लगाएंगे। बिजली मीटर के लिए एमआरआई मशीनों से काम किया जा रहा है। इससे रीडिंग में सटीकता होगी, शिकायतें घटेंगी। मॉनिटङ्क्षरग भी बेहतर होगी। क्षितिज सिंघई, एमडी, मध्यक्षेत्र
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एमआरआई से ये लाभ
-मीटर में छेड़छाड़ नहीं हो सकेगी। -उपभोक्ता को मीटर की स्थिति हर माह पता चलेगी, जिससे मीटर के धीरे या तेज चलने की शिकायतें बंद हो जाएगी। -मीटर को गड़बड़ी या शक के आधार पर लैब में ले जाकर टेस्टिंग से मुक्ति मिलेगी।
-बिजली बिल की शिकायतें घटेगी। -बिजली चोरी व लाइन लॉस को लेकर स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।