भोपाल. नाम है दिग्विजय सिंह। राघौगढ़ सियासत के राजा हैं। तो सियासत के चाणक्य। 1993 में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है। मुख्यमंत्री का चयन करने के लिए दिल्ली से तीन पर्यवेक्षक साथ में आते हैं। मुख्यमंत्री कौन होगा इसके लिए विधायकों की बैठक होती है। मुख्यमंत्री उम्मीदरों के लिए विधायक वोट करते हैं और रिजल्ट आता है। कमलनाथ पर्ची लेकर बाहर आते हैं और दिग्विजय सिंह सीएम बन जाते हैं।
भोपाल•Sep 07, 2019 / 12:03 pm•
Pawan Tiwari
Hindi News / Videos / Bhopal / EK Kissa: एक पर्ची से सीएम बन गया था ये नेता, फिर सियासत का बना ‘चाणक्य’