दत्त मंदिर में इन दिनों दत्त जयंती सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत रोजाना धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं। रविवार को दत्त जयंती यहां धूमधाम से मनाई जाएगी और मंदिर में जन्म की खुशियां छाएंगी। सुबह ब्रह्म बंदों द्वारा गुरुचरित्र का वाचन और भगवान का लघु रूद्राभिषेक होगा। इसी प्रकार शाम को छह बजे से जयंती उत्सव की शुरुआत होगी।
भगवान का आकर्षक शृंगार किया जाएगा और विशेष पूजा अर्चना के साथ संगीतमय महाआरती होगी। लोग एक-दूसरे को दत्त जयंती की बधाई देंगे। दत्त मंदिर में आकर्षक विद्युत साज-सज्जा की गई है। आयोजन समिति के नितिन अवसरकर ने बताया कि दत्त सप्ताह का समापन पांच दिसंबर को भंडारे के साथ होगा।
बारह घंटे गूंजेगा दिगम्बरा ओ दिगम्बरा
दत्त जयंती के मौके पर मंदिर में सुबह छह बजे से अखंड मंत्र जाप दिगम्बरा ओ दिगम्बरा होगा। यह मंत्र सुबह छह से शाम को छह बजे तक लगातार १२ घंटे गूंजेगा। इस मौके पर वैदिक पंडित मंत्र जाप करेंगे।
दत्त जयंती के मौके पर मंदिर में सुबह छह बजे से अखंड मंत्र जाप दिगम्बरा ओ दिगम्बरा होगा। यह मंत्र सुबह छह से शाम को छह बजे तक लगातार १२ घंटे गूंजेगा। इस मौके पर वैदिक पंडित मंत्र जाप करेंगे।
आज विशेष संयोग में पूर्णिमा और जयंती
इस बार अगहन पूर्णिमा और दत्त जयंती के मौके पर विशेष संयोग बन रहे हैं। अगहन पूर्णिमा और दत्त जयंती रविवार को सर्वार्थ सिद्ध? योग ?? में बनाई जाएगी, साथ ही ग्रहीय स्थितियों के अनुसार भी कई शुभ संयोग विद्यमान रहेंगे। पं. जगदीश शर्मा ने बताया कि सर्वार्थ सिद्धि योग, सूर्य चंद्र की युति और कृतिका नक्षत्र का एेसा संयोग तीन दशक बाद बना है।
इस बार अगहन पूर्णिमा और दत्त जयंती के मौके पर विशेष संयोग बन रहे हैं। अगहन पूर्णिमा और दत्त जयंती रविवार को सर्वार्थ सिद्ध? योग ?? में बनाई जाएगी, साथ ही ग्रहीय स्थितियों के अनुसार भी कई शुभ संयोग विद्यमान रहेंगे। पं. जगदीश शर्मा ने बताया कि सर्वार्थ सिद्धि योग, सूर्य चंद्र की युति और कृतिका नक्षत्र का एेसा संयोग तीन दशक बाद बना है।
यह संयोग काफी शुभ माना गया है। इस दिन घर में सत्यनारायण भगवान की कथा की जाए तो धन ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी और भगवान शिव का अभिषेक करने से सभी तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलेगा, और सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होगी।
रंगोली सजाकर दिया वृक्ष बचाने का संदेश
महोत्सव के अंतर्गत शनिवार को विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इसके तहत रंगोली प्रतियोगिता, वेशभूषा प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया गया। रंगोली प्रतियोगिता में अनेक युवतियों और महिलाओं ने भाग लेकर आकर्षक रंगोली सजाई। इस दौरान वृक्ष बचाने का संदेश देते रंगोली उकेरी गई। इसी तरह अलग-अलग थीम पर प्रतियोगियों ने रंगोली सजाई।
महोत्सव के अंतर्गत शनिवार को विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इसके तहत रंगोली प्रतियोगिता, वेशभूषा प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया गया। रंगोली प्रतियोगिता में अनेक युवतियों और महिलाओं ने भाग लेकर आकर्षक रंगोली सजाई। इस दौरान वृक्ष बचाने का संदेश देते रंगोली उकेरी गई। इसी तरह अलग-अलग थीम पर प्रतियोगियों ने रंगोली सजाई।