कंट्रोल रूम से निगरानी
मध्य प्रदेश में कोविड वैक्सीन के लिए प्रस्तावित सभी टीकाकरण केंद्र पर कोविड-19 के प्रोटोकाल को ध्यान में रखते हुए आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। राज्य स्तर पर बनाये गये कंट्रोल रूम से पूरे प्रदेश में होने वाले टीकाकरण अभियान पर लगातार नजर रखी जा रही है।
वैक्सीनेशन सेंटर पर 25 लोगों का स्टाफ
प्रदेश के सभी वैक्सीनेशन सेंटर पर 25 – 25 लोगों का स्टाफ तैनात किया गया है। जो सुबह ही सेंटर पर पहुंच गया था। इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी नेरायसेन में बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण कर ड्राय रन की तैयारियों का जायजा लिया था। उन्होंने ड्राय रन के लिए वैक्सीन कैरियर से वैक्सीन को टीकाकरण केन्द्र तक पहुँचाना, टीकाकरण तथा इस दौरान कोविड-19 टीकाकरण के सभी प्रोटोकॉल का पालन किए जाने के संबंध में निर्देश दिए थे।
भोपाल में 2 जनवरी को हो चुका है ड्राइ रन
मध्य प्रदेश के सभी 52 जिलों में कोराना वैक्सिनेशन की तैयारियां एक दिन पहले ही पूरी कर ली गई थीं। प्रदेश में कोविड-19 के लिए वैक्सिनेशन के पूर्व रिहर्सल के तौर पर तैयारियों को परखने के लिए भोपाल में 2 जनवरी के सफल आयोजन के बाद अब 8 जनवरी को प्रदेश के शेष सभी 51 जिलों में ड्राई रन का आयोजन किया जा रहा है।
4 स्थानों पर कोल्ड चैन स्टोर
मध्य प्रदेश में 4 स्थानों भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और इंदौर में कोल्ड चैन स्टोर तैयार किया है। पहले इन स्टोर में स्वीकृत वैक्सीन का भंडारण होगा। यहां से वैक्सीन को संभाग, संभाग से जिलों और जिलों से पीएचसी में बनाए गए कोल्ड चैन स्टोर में भेजा जायगा। यहां से वैक्सीन सीधे टीकाकरण केंद्र पर पहुँचाई जाएगी, जहां पर पहले से रजिस्टर्ड व्यक्तियों का टीकाकरण किया जाएगा।
पहले चरण में सभी हेल्थ वर्कर का टीकाकरण
प्रदेश में पहले चरण में सभी हेल्थ वर्कर का टीकाकरण होगा। प्रदेश में ऐसे हेल्थ वर्कर की संख्या 4 लाख है। इनको कोविन प्लेटफार्म पर रजिस्टर्ड किया गया है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता को जिस दिन और जिस समय वैक्सीन लगाया जाना है, उसको कोविन प्लेटफार्म के माध्यम से उसके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस के द्वारा सूचना दी जाएगी।