भाजपा मुख्यालय में कहा, पं. जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी समेत सभी नेताओं ने डॉ. आंबेडकर का अपमान किया। कांग्रेस में शुरू से इसका चलन रहा है। पहले बाबा साहब के रहते अपमान किया, अब उनके न होने पर भी कर रहे हैं।
तब कांग्रेसियों ने उन्हें चुनाव हरवाया था। कांग्रेस ने बाबा साहब को कानून मंत्री के पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया था। उन्हें उपचुनाव में हराने वाले नारायण सदोबा को कांग्रेस सरकार में पद्म भूषण दिया।
सीएम ने कहा, बाबा साहब के नाम से स्थापित महू समेत सभी पंचतीर्थों को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में शामिल किया जाएगा। बाबा साहब के जो भी अनुयायी उक्त तीर्थ स्थलों का भ्रमण करना चाहेंगे, यदि वे पात्र होंगे तो सरकार उन्हें तीर्थों का दर्शन कराएगी।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष कभी महू नहीं आए
मुख्यमंत्री ने कहा, भाजपा सरकार ने महू में डॉ. आंबेडकर का स्मारक बनाया। वहां विश्वविद्यालय चला रही है। कई शहरों में उनकी याद में स्थलों के निर्माण कराए, पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष कभी महू नहीं आए। नेता प्रतिपक्ष का पद बड़ा होता है। राहुल गांधी में पद के अनुरूप गंभीरता नहीं दिखती। वे मुखौटा वाली राजनीति कर रहे हैं। सांसदों को घायल कर दिया, गंभीर होते तो हाल-चाल जानने जाते।
कांग्रेस भ्रम फैलाने की बजाय माफी मांगे
सीएम ने कहा, बाबा साहब ने इस्तीफे में नेहरू के खिलाफ कई बातें लिखीं, जो कांग्रेस के अपमान को बताती है। उन्होंने वाजिब सम्मान नहीं दिया, क्योंकि वे कश्मीर में 370 को पसंद नहीं कर रहे थे। उन्होंने सरदार पटेल, एपीजे अब्दुल कलाम और प्रणव मुखर्जी की भी अनदेखी की। कांग्रेस और उसके नेताओं को जनता नकार चुकी है। तब भी कांग्रेसी सुधरने का नाम नहीं ले रहे। डॉ. आंबेडकर व संविधान के नाम पर कांग्रेस जनता को भ्रम में रखना छोड़ बाबा साहब को धोखा देने, उनका अपमान करने के मामले में माफी मांगें और जवाब दें।