भोपाल। राजधानी के मिसरौद क्षेत्र में गुरुवार-शुक्रवार की रात एक डॉक्टर की तीसरी मंजिल से गिरने से मौत हो गई। जांच हुई तो पता चला कि डॉक्टर की 4 साल की बेटी बैडरूम में बंद हो गई थी। उसे बचाने के लिए जब डॉक्टर बालकनी के सहारे बैडरूम की खिड़की से कमरे में घुसने की कोशिश करने लगा, तो इसी दौरान उसका हाथ फिसल गया और डॉक्टर की तीन मंजिला इमारत से गिरने से मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक डॉ. अखिलेश मिश्रा होशंगाबाद रोड स्थित एक रहवासी कॉलोनी में पत्नी सरिता, बेटी सानवी और बेटे सानिध्य के साथ रहते थे। मूलत: पन्ना के रहने वाले डॉ अखिलेश की शादी 21 मई 2011 को सरिता से हुई थी। 8 जून 1983 में जन्मे डॉ मिश्रा नेशनल अस्पताल में सहायक डॉक्टर के पद पर कार्यरत थे।
डॉ. मिश्रा की 4 साल की बेटी सानवी गुरुवार रात 11 बजे खेलते-खेलते घर के मास्टर बेडरूम में सो गई थी। इस दौरान गलती से उसने बेडरूम लॉक कर लिया था। घबराकर डॉ मिश्रा एवं उनकी पत्नी सरिता ने कई बार दरवाजा नॉक किया, लेकिन कमरे के अंदर से कोई आवाज नहीं आई। इससे डर के वे फौरन ऊपर वाले फ्लोर पर रहने वाले डॉ. राजेश डोबारे के घर गए और उन्हें पूरा घटनाक्रम बताया।
डॉ मिश्रा को इस बात का अंदेशा था कि बेटी की नींद खुलेगी तो वह डर जाएगी। इसीलिए उन्होंने बालकनी के सहारे घर में प्रवेश लेने का मन बनाया। डरे हुए डॉ मिश्रा एवं उनकी पत्नी को डॉ डोबारे ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने।
डॉ मिश्रा अपने ऊपर वाले फ्लोर पर रहने वाले डॉ राजेश डोबारे के घर की बालकनी से चादर के सहारे अपने घर की बालकनी में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। उसी दौरान चादर से उनका हाथ फिसल गया और वे लगभग 40 फीट की ऊंचाई से नीचे गिर गए। इस हादसे में उनके सिर, हाथ, पैर,कमर और पीठ में गंभीर चोट आ गई थीं। डॉ डोबारे फौरन उन्हें नेशनल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस बीच कॉलोनी के लोगों ने गार्ड की मदद से बच्ची को कमरे से बाहर निकाल लिया था।
Hindi News / Bhopal / बेटी कमरे में बंद थी, उसे बचाने गए डॉक्टर पिता की बालकनी से गिरने से मौत