भोपाल

डायनासोर के 6.50 करोड़ साल पुराने अंडे मिले, अब विश्व धरोहर बनेगा डायनासोर जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान

विश्व धरोहर सूची में डायनासोर जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान भी होगा शामिलपहली बार फॉसिल साइट होगी यूनेस्को की सूची में, ईको टूरिज्म बोर्ड बना रहा प्रस्ताव

भोपालApr 03, 2023 / 08:09 am

deepak deewan

विश्व धरोहर सूची में डायनासोर जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान भी होगा शामिल

भोपाल. एमपी को विश्वस्तर पर बड़ी पहचान मिलनेवाली है। बाग स्थित डायनासोर जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल कराने की तैयारी चल रही है। ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड इसका ड्राफ्ट तैयार कर रहा है। पर्यटन विभाग इस प्रस्ताव को भारत सरकार के जरिए यूनेस्को को भेजेगा। देश में यह पहली ऐसी साइट होगी जहां डायनासोर जीवाश्म पाए जाते हैं।
बोर्ड विश्व विरासत सूची के साथ पार्क को देश की पहली यूनेस्को ग्लोबल जियो पार्क सूची में शामिल कराने कोशिश भी कर रहा है। यह क्षेत्र एशिया का सबसे पुराना डायनासोर जीवाश्म स्थल है। यह 2011 में डायनासोर जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान के रूप में अधिसूचित किया गया था। बोर्ड के सीईओ डॉण् समिता राजौरा ने बताया कि ट्यूरोनियन काल में ये भूभाग समुद्र का हिस्सा हुआ करता था। यहां मान नदी घाटी में विलुप्त 6 तरह की शॉर्क के दांतों के अवशेष मिल चुके हैं। इससे भी पूर्व के युग के मगरमच्छ नुमा जीव के कंकाल के हिस्से भी मिले हैं। साथ ही मांसाहारी डायनासोर के 6.50 करोड साल पुराने अंडे भी पाए गए। ये स्थान उनके लिए अंडे देने के सबसे सुरक्षित स्थानों में से एक था। यहां 256 अंडे के जीवाश्म मिल चुके हैं। जीवाश्म बनते हुए अंडे कई लेयर में जुड़ते गए।
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और जबलपुर के भेड़ाघाट.लम्हेटा घाट संभावित सूची में शामिल-सन 2021 में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और जबलपुर के भेड़ाघाट.लम्हेटा घाट को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की संभावित सूची में शामिल किया गया था। संभावित स्थलों की सूची में विशिष्ट विशेषताओं वाले स्थलों को ही शामिल किया जाता है। अभी प्रदेश में खजुराहो के मंदिर, भीमबैठका की गुफाएं और सांची के स्तूप विश्व धरोहर सूची में शामिल हैं।

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