भोपाल। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन खाते में जमा होने वाली आपकी पेंशन जनवरी से बंद हो सकती है। दरअसल डिजीटल लाइफ सर्टिफिकेट को लेकर पेंशनरों के साथ कर्मचारी भविष्य निधि संगठन का टेंशन भी बढ़ गया है। दो महीने में मात्र 26 हजार सर्टिफिकेट ही बन पाए हैं। जबकि अभी लाखों पेंशनरों के सर्टिफिकेट जमा होना बाकी है। इन लाखों लोगों के पास केवल सप्ताह भर का समय है, इस समय सीमा में ही ये ऑनलाइन सर्टिफिकेट जमा कर सकते हैं। MUST READ :मप्र में निकली VACANCY, ऐसे करें एप्लाई डिजीटल इंडिया मुहिम के इस ड्रीम प्रोजेक्ट के पिछडऩे की आशंका गहरा गई है। नोटबंदी लागू होने के बाद बैंकों में मची अफरा-तफरी के कारण कर्मचारी भविष्य निधि संगठन का यह प्रोजेक्ट धीमा पड़ गया है। विभाग ने नवंबर-दिसंबर में सभी पेंशनरों के डिजीटल लाइफ सर्टिफिकेट बनाने संबंधित बैंकों को हिदायत दी थी। दिसंबर बीत जाने के बावजूद अब तक केवल 15 फीसदी लोगों के ही सर्टिफिकेट बन पाए हैं। इससे करीब डेढ़ लाख लोगों की पेंशन पर खतरा मंडराने लगा है। MUST READ :WELCOME 2017: सपनों को मिले उम्मीदों के पंख, हर क्षेत्र में भरेंगे तरक्की के रंग अकेले भोपाल में 25 हजार से ज्यादा पेंशनर राजधानी में 25 हजार से ज्यादा पेंशनर हैं। यहां भी दिसंबर बीतने तक केवल 4361 लोगों के सर्टिफिकेट ही बन पाए हैं। प्रदेश के अन्य क्षेत्रीय कमिश्नर कार्यालयों का भी यही हाल है। औसत निकालें, तो अब तक कुल 15 फीसदी लोगों के सर्टिफिकेट तैयार हो पाए हैं। विभागीय सूत्रों का कहना है कि 30 दिसंबर को इस साल का अंतिम कामकाजी दिन था। दो महीने में मात्र 15 फीसदी सर्टिफिकेट ही बन पाए, तो 15 दिन में करीब डेढ़ लाख सर्टिफिकेट बन पाना मुश्किल है। MUST READ :नये साल में बेहतर होंगी मेडिकल सुविधाएं, अब हर साल पांच हजार डॉक्टर बैंकों ने नहीं दिया ध्यान पीएफ महकमे में अब तक सभी पेंशनर जिंदा होने का प्रमाण मेन्युअल ही जमा करते आए हैं। इस बार इसे डिजीटल स्वरूप में मांगा गया है। यह सर्टिफिकेट पीएफ कार्यालय, संबंधित बैंक एवं एमपी ऑन लाइन के कियोस्क पर भी बनाए जाने की व्यवस्था की गई है। लेकिन डिजीटल इंडिया की मुहिम में पिछडऩे के कारण इसके लिए अब ईपीएफ ने बैंकों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। पेंशनरों की शिकायत है कि बैंकों के जिम्मेदार उनके डिजीटल सर्टिफिकेट को लेकर कोई इंट्रेस्ट नहीं ले रहे। प्रदेशभर में लाखों पेंशनर 15 फीसदी ने ही बनवाए सर्टिफिकेट प्रदेश में 1 लाख 70 हजार पेंशनर मौजूद हैं। इस तरह करीब 15 फीसदी लोगों के सर्टिफिकेट ही बन पाए। * भोपाल – 4361 * इंदौर – 5766 * सागर- 4000 * ग्वालियर- 2950 * उज्जैन – 6562 * जबलपुर- 3 हजार 954 MUST READ :ये है एेसा महकमा, जहां आप संभालेंगे जिम्मेदारी नहीं तो अटक जाएगी पेंशन सूत्रों के मुताबि यदि पेंशनर अपना डिजीटल लाइफ सर्टिफिकेट देश में किसी भी पीएफ कार्यालय जाकर जरूरी दस्तावेज देकर बनवा कर समय पर जमा कर दें तो ठीक है अन्यथा उनकी पेंशन इसी माह से मिलना बंद हो जाएगी।