जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
हेल्थ एक्सपर्ट और जाइटीशियन राजीव सक्सेना ने हल्दी द्वारा डाइबिटीज़ कंट्रोल करने का हवाला दिया, साल 2013 में ‘एविडेंस-बेस्ड कॉम्प्लिमेंट्री ऐंड ऑल्टरनेटिव मेडिसिन’ जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी से, जिसमें कहा गया था कि, हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन कंपाउंड ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मददगार साबित होता है। साथ ही में यह डायबीटीज के कारण आने वाली शारीरिक परेशानियों को भी ठीक करता है।
टाइप-2 डायबीटीज का उपचार संभव
डॉ. सक्सेना ने बताया कि, हल्दी में वोलेटाइल नाम का ऑइल पाया जाता है, जो ऐसे इंजाइम प्रड्यूस करता है जो टाइप-2 डायबीटीज का उपचार करने में भी कारगर होते हैं। उन्होंने एक अन्य स्टडी का हवाला देते हुए बताया कि, स्टडी में सामने आया कि, हल्दी के ग्लूकोसाइडेस एंजाइम्स होते हैं, जो मधुमेह के मरीजों को दी जाने वाली स्टैंडर्ड दवाई के कुछ एलिमेंट के मुकाबले ज्यादा असरदार होते हैं।
-दूध और हल्दी
हल्दी वाला दूध बनाने के लिए सबसे पहले हल्के गरम दूध में एक चुटकी हल्दी पाउडर और काली मिर्च पाउडर मिलाएं, फिर इसे पी लें। काली मिर्च का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है क्योंकि यह हल्दी के करक्यूमिन को शरीर में सोखने में और ज्यादा असरदार बनाने में मददगार होता है।
-हल्दी की चाय
एक कप पानी को गरम करके इसमें दो लौंग, दो पिसी काली मिर्च, एक इंच अदरक को कद्दूकस करके, हल्दी कद्दूकस की हुई या फिर आधा टीस्पून हल्दी पाउडर डालें। इसे अच्छे से उबालने के बाद सामान्य तापमान पर ठंडा होने दें। चाय जब मध्यम तापमान पर आ जाए तो उसे कप में छान लें और फिर सिप लेकर पिएं।