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-कम होता है ग्लाइसीमिक इंडेक्स
अलसी (alsi seed ) का ग्लाइसीमिक इंडेक्स काफी कम होता है, जो लंबे समय तक ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन रखता है। इस संबंध में ‘जर्नल ऑफ डाइटरी सप्लीमेंट’ में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, कहा गया है कि, अलसी मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद होती है।
-ग्रेन है अलसी
अलसी एक अनाज है, जिसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसे फाइबर का भी बहुत अच्छा सोर्स माना जाता है। इसके सेवन से लंबे समय तक पेट भरा हुआ रहता है। अलसी में प्रोटीन की मात्रा भी अच्छी होती है, जो पोषक तत्वों को ग्रहण करने में मदद करता है।
-फाइबर से भरपूर
अलसी में तीन तरह के फाइबर, घुलनशील, अघुलनशील और लसदार पदार्थ पाए जाते हैं। ये फाइबर देर से डाइजेस्ट होते हैं, इस वजह से खाने के बाद बढ़ने वाली शुगर को कम किया जा सकता है। इतना ही नहीं, यह फाइबर ब्लड शुगर के कम-ज्यादा होने की समस्या को भी दूर करते हैं। घुलनशील फाइबर बॉडी में ग्लूकोज लेवल को मैनेज करने के साथ ही इंसुलिन का स्त्राव बढ़ाने का काम भी करती है।
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-एएलए और ओमेगा-3 से भरपूर
इसमें एल्फा-लाइनोलेनिक एसिड (एएलए) और ओमेगा- 3 फैट होता है, जो हृदय को स्वस्थ बनाए रखने का काम करते हैं। इस संबंध में ‘केनेडियन जर्नल ऑफ कार्डियोलॉजी’ में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, एएलए से भरपूर डाइट हार्ट अटैक और स्ट्रोक का रिस्क कम करती है। डायबिटीज के मरीजों में हार्ट डिजीज का रिस्क बढ़ जाता है।
-किडनी डेमेज से बचाव
डायबिटीज के मरीजों में किडनी रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है। एक रिसर्च के अनुसार अलसी के सेवन से किडनी को डेमेज होने से रोका जा सकता है। इस तरह किडनी के फेल होने का रिस्क कम हो जाता है।
-कोलेस्ट्रॉल
अलसी कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के लेवल को भी इंप्रूव करने का काम करती है। ‘जर्नल ऑफ डाइटरी सप्लीमेंट’ की रिपोर्ट के अनुसार, अलसी पाउडर बुरे कोलेस्ट्रॉल को 14 फीसदी और ट्राईग्लिसराइड को 18 फीसदी तक कम कर सकती है।