धनतेरस आज, बाजार गुलजार, 10-11 हजार करोड़ के कारोबार की उम्मीद, जानें शुभ मुहूर्त और लग्न
Dhanteras shubh muhurat: धनतेरस के साथ ही ६ दिनी दीपोत्सव का आगाज, चहुंओर आरोग्य, सुख-समृद्धि की कामना, मध्य प्रदेश के बाजारों में रौनक 10-11 हजार करोड़ का बरसेगा धन….
Dhanteras Shubh Muhurat and Lagn: धनतेरस के साथ ही मंगलवार से इस बार भी छह दिनी दीपोत्सव की शुरुआत होगी। धन और आरोग्य के देवता धन्वन्तरि के प्राकट्य पर्व पर प्रदेश के बाजारों में 10-11 हजार करोड़ का धन बरसेगा। बाजार विशेषज्ञों की मानें इस बार हर सेटर में खासा रुझान दिख रहा है। लोग पसंदीदा और जरूरत के सामान की खरीदी कर रहे हैं। खरीफ फसलों के बेहतर उत्पादन होने से ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरों तक उत्साह का माहौल है।
धनतेरस पर राज्य में 10 से 11 हजार करोड़ रुपए तक तो राजधानी भोपाल में 1000 करोड़ के कारोबार का अनुमान है। सबसे ज्यादा मांग ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, बर्तन और सराफा बाजार में नजर आ रही है। कपड़ा, मिठाई, पटाखे, फर्नीचर समेत सजावटी सामान का बाजार भी गुलजार है।
इस बार कंपनियों ने बड़े-बड़े ऑफर्स पेश किए हैं। इसका फायदा उपभोक्ता उठा रहे हैं। कारोबारियों का कहना है, पिछले साल की तुलना में इस बार 30 फीसदी ज्यादा कारोबार दिवाली पर होगा। आर्थिक बाजार विश्लेषक आदित्य मनयां का कहना है, सोना-चांदी के बढ़ते भाव रुके हैं। लोग इसमें ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी ज्यादा मांग है।
धनतेरस के शुभ मुहूर्त
चौघडिय़ा प्रात: 10.45 से 12.10 लाभ दोपहर 12.10 से 1.35 अमृत दोपहर 03 से 04.25 बजे तक शुभ मुहूर्त लग्न दोपहर 02.04 से 3.37 कुंभ लग्न
सांय: 06.48 से 08.46 वृषभ लग्न रात्रि: 01.17 से 03.29 सिंह लग्न
60 साल बाद संयोग…मां लक्ष्मी पालकी पर आएंगी, व्यापार में उथल-पुथल या तेजी के संकेत
उज्जैन. इस बार मां लक्ष्मी पालकी पर आ रही हैं। देवी के वाहन के आधार पर साल की सुख-समृद्धि की भविष्यवाणी की जाती है। मान्यता है, मां का पालकी पर आना व्यापार व आर्थिक क्षेत्र में उथल-पुथल या तेजी का संकेत होता है। ज्योतिर्विद पं. अजय शंकर व्यास ने बताया, शनि कुंभ राशि में गोचरस्थ है, गुरु वृषभ राशि में हैं।
60 साल में 5वीं बार यह चक्र बना है। महाकाल में सबसे पहले अन्नकूट सबसे पहले महाकाल के दरबार में उत्सव मनेगा। मंदिर प्रबंध समिति के अस्पताल में धन्वंतरि पूजा होगी। 31 अक्टूबर को दिवाली पर कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को बाबा अभ्यंग स्नान करेंगे। दरबार में सबसे पहले 31 को सुबह 7.30 बजे अन्नकूट उत्सव शुरू होगा।