पहली बार दीपावली के बाद डेंगू बीते सालों में यह पहली बार हुआ है जब दीपावली के बाद भी डेंगू के मच्छरों की संख्या बढ़ती जा रही है। दरअसल दीपावली पर होने वाला आतिशबाजी का धुंआ प्राकृतिक फॉगिंग का काम करता है। इस बार दीपावली पर बारिश होने के चलते ज्यादा आतिशबाजी नहीं हुई। यही कारण है कि इस बार डेंगू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
टीटी नगर, माता मंदिर और कोलार डेंजर जोन हर वर्ष की तरह इस सीजन में भी शहर के चुनिंदा क्षेत्र डेंगू को लेकर डेंजर जोन घोषित किए गए हैं। इनमें शाहपुरा, टीटी नगर, माता मंदिर, नेहरू नगर, साकेत नगर, कोलार और अरेरा कॉलोनी मुख्य रूप से शामिल हैं। इन क्षेत्रों में हर साल बड़ी संख्या में डेंगू के मरीज मिलते हैं।
नहीं हो रहा जुर्माना
इतनी बड़ी संख्या में लावाज़् मिलने के बावजूद भी हर दिन जुमानज़ करीब 15 मकान मालिकों पर ही किया रहा है। कई घर ऐसे हैं जहां से दूसरी या तीसरी बार लार्वा मिला है। इसके बाद भी सिर्फ समझाइश देकर छोड़ दिया जाता है। यही नहीं विभाग ने डेंगू के नाम पर भर्ती करने वाले अस्पतालों पर कार्रवाई की बात कही थी लेकिन एक अस्पताल को नोटिस देकर पल्ला झाड़ लिया।
इतनी बड़ी संख्या में लावाज़् मिलने के बावजूद भी हर दिन जुमानज़ करीब 15 मकान मालिकों पर ही किया रहा है। कई घर ऐसे हैं जहां से दूसरी या तीसरी बार लार्वा मिला है। इसके बाद भी सिर्फ समझाइश देकर छोड़ दिया जाता है। यही नहीं विभाग ने डेंगू के नाम पर भर्ती करने वाले अस्पतालों पर कार्रवाई की बात कही थी लेकिन एक अस्पताल को नोटिस देकर पल्ला झाड़ लिया।
डेंगू अब खत्म हो रहा है। कुछ ही दिनों में इसके मामले आना बंद हो जाएंगे। पुराने मामले ही सामने आ रहे हैं। अखिलेश दुबे, जिला मलेरिया अधिकारी