MUST READ: फायदेमंद वैक्सीन: टीके के बाद भी लोगों को हो रहा कोरोना संक्रमण, लेकिन जान को खतरा नहीं
रिकवरी में भोपाल पहले नंबर पर है। यहां 24 की मौत हुई और 31 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इधर, हमीदिया अस्पताल में फंगस के मरीजों के लिए बेड का संकट बढ़ने की वजह यह भी है कि यहां भर्ती 306 मरीजों में से सिर्फ 17 फीसदी यानी 55 मरीज ही भोपाल के रहने वाले हैं। बाकी मरीज दूसरे जिलों के हैं। यही नहीं यहां उत्तर प्रदेश के मरीज भी भर्ती हैं।
जल्दी डॉक्टर के पास पहुंच रहे मरीज
गांधी मेडिकल कॉलेज के ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. यशवीर बताते हैं कि ब्लैक फंगस के मामले सामने आने के बाद लोग डर गए हैं। नाक या आंख में थोड़ी सी परेशानी पर वे डॉक्टर के पास पहुंच रहे हैं। इसका फायदा यह हुआ कि अब इसके मामले शुरुआती स्टेज में ही अस्पताल पहुंच रहे हैं, इसलिए वे जल्दी ठीक हो रहे हैं।
काली फफूंद के यहां इतने मरीज
इंदौर-478
जबलपुर-179
उज्जैन-124
ग्वालियर-76
रीवा-29
सागर-24
देवास-16
विदिशा-06
सिंगरौली-02
सतना-02
नरसिंहपुर-02
छिंदवाड़ा-02
बुरहानपुर-01