मुख्यमंत्री चौहान पहले विदिशा जिले के गुलाबगंज तहसील के पटवारीखेड़ी और घुरदा गांव पहुंचे। फिर बीनाके सल्ला गांव में जायजा लिया। सीएम ने कहा, प्रदेश के 20 जिलों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है। संकट की घड़ी में मैं किसानों के साथ खड़ा हूं।
गेहूं, चना और मसूर की फसल में 50 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान होने पर किसानों को प्रति हेक्टेयर 32 हजार रुपए की राहत राशि दी जाएगी। फसल बीमा का काम साथ चलेगा। प्रभावित किसानों की ऋण वसूली स्थगित की जाएगी। अगले साल का ब्याज भी सरकार भरेगी। सीएम ने कहा, ऐसे प्रयास किए जाएंगे कि जीरो प्रतिशत ब्याज पर फिर से उन्हें कर्ज मिल सके।
जनहानि पर चार लाख की राहत राशि
बिजली गिरने से जहां जनहानि हुई है, उनके परिवार को 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। गाय-भैंस की मौत होने पर 37 हजार, भेड़-बकरी की मौत पर 4 हजार और मुर्गा-मुर्गी की मौत पर प्रभावित लोगों को 100 रुपए दिए जाएंगे।
पंजीयन के लिए दोबारा खुलेगा पोर्टल
सीएम ने कहा, ओलावृष्टि से प्रभावित जिन किसानों की बेटियों की शादी होनी है, उन्हें मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 56 हजार रुपए दिए जाएंगे। जो पीडि़त किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए पंजीयन नहीं करा सके हैं, उनके लिए दोबारा पोर्टल खुलवाया जाएगा। यह व्यवस्था प्रदेश के सभी 20 प्रभावित जिलों के लिए होगी। इधर, सरकार ने पंजीयन के लिए पोर्टल 24 मार्च तक खोल दिया है।
उद्यानिकी फसलें भी होंगी शामिल
सर्वे में कृषि के साथ उद्यानिकी फसलें भी शामिल की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने अफसरों को फसलों का सैटेलाइट सर्वे कराने के भी निर्देश दिए। बोले- सर्वे के बाद ईमानदारी से आकलन हो। किसानों को नुकसान का मुआवजा और फसल बीमा से राहत दिलाई जाए।
धैर्य रखें किसान…
हमारे किसान दिन-रात मेहनत करते हैं, खून-पसीना बहाते हैं, तब बड़ी मुश्किल के बाद फसल तैयार होती है। फसल तैयार होने पर किसान प्रसन्न होते हैं। ओला-वृष्टि होने से किसानों की उम्मीदें धूमिल होती हैं। संकट की इस घड़ी में किसान धैर्य रखें।
– शिवराज सिंह चौहान, सीएम
अब विंध्य में ओले-बारिश का दौर
मंगलवार को फिर मौसम का मिजाज बदला। सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली में बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। हालांकि प्रदेश में एक सप्ताह से जारी बादल, बारिश के दौर में कमी आई है। जो सिस्टम बना था, वह आगे बढ़ चुका है, लेकिन एक द्रोणिका अब भी है। इसके कारण रीवा, शहडोल, चंबल संभाग में हल्की बारिश हो सकती है। 23 मार्च से एक और पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। यह ज्यादा ताकतवर नहीं है, लेकिन इसके कारण 24 मार्च के बाद फिर से हल्के बादलों की स्थिति बन सकती है।
पीएम मोदी को बताए फसलों के हाल
सीएम शिवराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी फसलों की जानकारी दी। इसके बाद शाम को कैबिनेट बैठक में मंत्रियों को निर्देश दिए कि वे मैदान में मुआयना करें। कोई दिक्कत आती है तो अफसरों से चर्चा कर समाधान कराएं। साथ ही कहा कि मंत्री जनता को बताएं कि मध्यप्रदेश फसल क्षति की राहत राशि बांटने में देश में अग्रणी है। प्रदेश में फसलों के 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान को शत-प्रतिशत मानकर राहत राशि दी जाती है।