अधिकारियों को आशंका है कि जुलाई-अगस्त में ये वायरस पशुओं में अटैक कर सकता है- यही वजह है कि राज्य के पशुपालन विभाग ने लंपी वायरस को लेकर चेतावनी जारी कर दी है। पशुपालन विभाग के अधिकारियों को आशंका है कि जुलाई-अगस्त में ये वायरस पशुओं में अटैक कर सकता है। खासतौर पर भोपाल और इसके आस-पास के इलाकों में लंपी वायरस सक्रिय हो सकता है। इस कारण यहां अलर्ट किया गया है।
बताया जाता है कि करीब 35 हजार गोवंश का वैक्सीनेशन करा लिया है। इससे 21 दिन में पशुओं में इम्युनिटी डेवलप हो जाती है। राजधानी में 2 लाख 36 हजार गोवंश हैं। पशुपालन विभाग के उप संचालक डॉ. अजय रामटेके ने बताया कि अप्रेल माह में वे खुद लंपी प्रभावित क्षेत्रों में गए थे। टीका लगाने के बाद पशुओं में इम्युनिटी डेवलप हो जाने से खतरे की आशंका बहुत हद तक कम हो जाती है।
पशुपालन विभाग और अलर्ट हो गया है- गौरतलब है कि शहर के आसपास के पशुपालकों ने बड़ी संख्या में दुधारू पशु पाल रखे हैं। राजधानी में करीब 27 सरकारी गौ शालाएं भी हैं। इसमें सबसे बड़ी गौशाला बैरसिया रोड पर जीवदया गौ शाला है। नगर निगम भी शहर से गायों को पकड़कर यहां छोड़ता है। इसके अलावा नगर निगम और जिला पंचायत की भी अलग-अलग कई गौशालाएं हैं। इसीलिए पशुपालन विभाग और अलर्ट हो गया है।